
राजस्थान में अब कुलपति कहलाएंगे कुलगुरु,आयु सीमा भी 5 साल घटाने की तैयारी





राजस्थान में अब कुलपति कहलाएंगे कुलगुरु,आयु सीमा भी 5 साल घटाने की तैयारी
जयपुर । राजस्थान के विश्वविद्यालयों में कुलपति अब कुलगुरु कहलाएंगे। विधानसभा में राजस्थान यूनिवर्सिटीज अमेंडमेंट बिल-2024 में पदनाम में यह बदलाव किया जाएगा। भजनलाल सरकार की बजट घोषणा के अनुसार ये बदलाव किए जाएंगे।
इसके लिए संशोधित बिल फरवरी महीने में विधानसभा में पेश किया जाएगा। जानकारी के अनुसार कुलगुरु की अधिकतम आयु सीमा भी घटाकर 65 साल की जा सकती है। इससे पहले मध्यप्रदेश में भी पदनाम बदलकर कुलगुरु किया गया था।
महिला कुलपति के असहज होने का तर्क
देश में पुरातन काल में गुरुकुल परंपरा कायम रही थी। इसी का अनुसरण कर केंद्र सरकार ने पदनामों में बदलावों की मंशा जताई थी। जिसके बाद में एमपी सरकार ने पहल कर विश्वविद्यालयों में कुलपति का पदनाम बदलकर कुलगुरु किया था। इसके बाद में अब अन्य राज्यों में भी बदलाव किए जा रहे हैं।
जानकारों की मानें तो कुलपति अगर महिला होती है तो उसे काफी असहज महसूस होता है। एक्सपर्ट का दावा है कि कुलगुरु पदनाम होने से गुरु परंपरा का अनुसरण हो पाएगा।
राजस्थान में कुलगुरु की आयु सीमा में भी बदलाव करने की तैयारी है। फिलहाल अधिकतम आयु 70 वर्ष है जिसे घटाकर 65 साल किया जा सकता है।

