
शिक्षा मंत्री ने बताई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं की संभावित तिथि,पढ़ें खबर






खुलासा न्यूज नेटवर्क। अजमेर आए दिलावर ने बोर्ड ऑफिस में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और रीट परीक्षा को लेकर बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं से पहले मीटिंग होती है। सरकार इसकी समीक्षा करती है और कोशिश करती है कि किसी प्रकार की दिक्कत या परेशानी न हो। उन्होंने कहा- राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं-12वीं की परीक्षा 6 मार्च से होना संभव है। इस मौके पर प्रैक्टिकल में एग्जामिनर की आवभगत करने को भी गम्भीर बताया। बोर्ड में पदों को भरने को लेकर कहा- मुख्यमंत्री चार लाख सरकारी नौकरी देने वाले हैं। जब 4 लाख इतनी बड़ी संख्या में नौकरी देंगे तब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में जो रिक्त पद है वह भी भरेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा- उन्होंने पिछले दिनों बिना कॉपी जांचे अंक देने के मामले को लेकर नाराजगी जताई। कहा कि ये गंभीर मामला है। इस तरह के मामले की दुबारा पुनरावृति नहीं होनी चाहिए। इस व्यवस्था को फुल प्रूफ बनाया जाए ताकि कोई शिक्षक आगे से इस तरह की लापरवाही नहीं कर सकें। पिछले सालों में प्रतियोगी परीक्षाओं ने प्रदेश को बहुत बदनाम किया है। इस तरह की स्थितियां दुबारा नहीं आनी चाहिए। सभी परीक्षा पूरी तरह से सुरक्षित और निष्पक्ष व लीक प्रूफ बनाई जाए। राजस्थान की माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सर्वोच्च प्रतिष्ठा है और वह बरकरार रहे। जो प्रैक्टिकल परीक्षा होती है, इसमें प्रायोगिक परीक्षा लेने जाते हैं एग्जामिनर, उनकी आवभगत होती है, बैंड-बाजों के साथ ले जाया जाता है, अच्छे होटल में रुकवाया जाता है। ये शायद इसलिए होता होगा कि हमारे स्कूल के बच्चों को अधिक से अधिक अंक देकर जाएं। उन्होंने कहा कि मैं भी उस दौर से गुजरा हूं। मुझे उस समय भी अच्छा नहीं लगता था और आज भी अच्छा नहीं लगता है। इसलिए अधिकारियों से कहां है, इससे बच्चे ताकि अच्छा रहेगा और जो प्रैक्टिकल बच्चे करते हैं, उनका मूल्यांकन करके ही अंक दे।
दिलावर ने कहा- रीट की परीक्षा के बारे में भी चर्चा हुई। अभी तक जितनी रीट की परीक्षा हुई है, उसमें किसी प्रकार की परेशानी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों को नहीं आई है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि राजस्थान में रीट की परीक्षाओं में पात्रता जो रखी है उसमें थोड़ा सा संशोधन किया है। पहले एचटीसी B.Ed जैसी परीक्षा पास करने के बाद ही रीट परीक्षा में भाग ले सकता है, अब ऐसा नहीं है। अगर किसी को एचटीसी या बीएड की परीक्षा देनी है, उसमें एडमिशन हो गया है। तब भी परीक्षा देने के लिए पात्र हो जाएगा ताकि उसके जीवन का एक या दो साल बच जाएगा।


