
कुलदीप बिश्नोई का महासभा संरक्षक के पद से इस्तीफा, बोले- पद का लालच नहीं, मैंने केंद्रीय मंत्री-डिप्टी सीएम पद ठुकराया






खुलासा न्यूज नेटवर्क। हरियाणा के बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई ने अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक पद से रविवार (8 दिसंबर) को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद को भेजा और पीठाधीश्वर को ही संरक्षक नियुक्त किया। साथ ही उन्होंने महासभा के आगामी चुनाव को लेकर भी 29 सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो महासभा के चुनाव प्रक्रियाओं का संचालन करेगी। बता दें कि बिश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बूडिय़ा के साथ विवाद के बाद कुलदीप की मुश्किलें बढ़ी थीं। बूडिय़ा ने ही प्रधान पद की शक्तियों का इस्तेमाल कर कुलदीप को महासभा संरक्षक के पद से हटाया था। अब खुद कुलदीप ने यह पद छोड़ दिया है। कुलदीप ने पद छोडऩे के पीछे निजी कारण बताए। इस्तीफा देते हुए कुलदीप ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को प्रधान बनाएं, जो नशा न करता हो। मुझे पद का लालच नहीं। मैंने केंद्रीय मंत्री और डिप्टी सीएम का पद ठुकराया है। मैंने समाज के पैसे से एक कप चाय तक नहीं पी।
12 साल तक इस पद पर रहे कुलदीप
कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। कुलदीप बिश्नोई ने सबसे पहले चुनाव करवाने की घोषणा कर समिति का गठन किया। इसके बाद वीडियो मैसेज भेजकर समाज के नाम संदेश दिया और संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया। कुलदीप बिश्नोई पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के देहांत के बाद अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक बनाए गए थे। 12 साल तक इस पद पर रहने के बाद आज कुलदीप बिश्नोई ने इस्तीफा दे दिया।


