
बीकानेर के किस महाविद्यालयों में क्या है कमी, राज्यपाल को करवाया अवगत






खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर महानगर के विभिन्न विश्वविद्यालय के कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर राज्यपाल से मिला। बीकानेर में स्थित विभिन्न विश्वविद्यालयों के संबंध में समय-समय पर राज्यपाल व राजस्थान सरकार को ध्यान आकर्षित करवाने हेतु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा ज्ञापन और मांग पत्र प्रस्तुत किए जाते रहे हैं लेकिन किसी तरह की कोई ठोस कार्यवाही अभी तक सामने नहीं आई है ।इससे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है।
कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर
1. विश्वविद्यालय के कुलपति पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और छात्रों, शिक्षकों तथा कर्मचारियों के हितों की उपेक्षा करने के गंभीर आरोप हैं।
2.विश्वविद्यालय मे फीस की अत्यधिक वृद्धि व भुगतान सीटों की संख्या 20 से बढ़ाकर 34 किया जाने की वजह छात्रों को आर्थिक समस्या
3.विश्वविद्यालय प्रशासन में पारदर्शिता की कमी, अनियमितताओं और धन के दुरुपयोग के कई उदाहरण भी सामने आए हैं। इन आरोपों के कारण विश्वविद्यालय की छवि और छात्रों के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। हम विश्वास करते हैं कि इन परिस्थितियों में कुलपति का पद पर बने रहना अनुचित है।
विश्वविद्यालय शिक्षा और अनुसंधान का केंद्र होता है, और इसे स्वच्छ एवं ईमानदार नेतृत्व की आवश्यकता होती है। उक्त कुलपति को उनके पद से तुरंत बर्खास्त करने और भ्रष्टाचार के आरोपों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने।
राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर –
1.पीजी , पीएचडी में मिलने वाले (स्टाइपफंड) प्रतिमाह भत्ते में बढ़ोतरी एवं मेडिकल आयुर्वेद के समक्ष करने
2.प्राइवेट कॉलेज को बिना पूर्ण वीसीआई मापदंड के अनुमति प्रदान की जा रही है जिससे पशु चिकित्सा का स्तर गिर रहा है प्राइवेट कॉलेज को मान्यता नहीं देने।
तकनीकी विश्वविद्यालय बीकानेर
तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति का पदभार काफी समय से कामचलाऊ कुलपति को दे रखा है। जिससे यहां की शिक्षण व्यवस्था चौपट हो गई है। कामचलाऊ कुलपति अपने मन माफीक निर्णय लेकर असंवैधानिक कार्यों में लिप्त है। अत: तुरंत प्रभाव से बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति की नियुक्ति की जाने।
महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर
1. महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय राजस्थान के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से प्रमुख विश्वविद्यालय है । विश्वविद्यालय में डूंगर महाविद्यालय और महारानी सुदर्शना महाविद्यालय को संगठक महाविद्यालय बनाकर विश्वविद्यालय को मूल स्वरूप प्रदान किया जाए।
अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय
1 अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले विधि महाविद्यालयों में गंभीर अनियमिताएं देखने को मिल रही हैं ।बीकानेर में इस विश्वविद्यालय के अधीन संचालित सभी महाविद्यालयों में बार काउंसिल आफ इंडिया के मानदंडों के अनुसार 75 प्रतिशत उपस्थित तथा योग्य शैक्षणिक स्टाफ की अनिवार्यता लागू की जाए जिससे विधि विद्यार्थियों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल की जा सके। 2.अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय अभी भी तीन कमरों के भवन में कामचलाऊ तौर पर ही काम कर रहा है। अति शीघ्र इसका विकास व विस्तार किया जाए अन्यथा पूर्वं व्यवस्था के अनुसार राजस्थान के अन्य विश्वविद्यालयों को विधि महाविद्यालय संचालित करने की अनुमति प्रदान की जाए।
3 विधि विश्वविद्यालय में अभी तक खेल की गतिविधियां संचालित नहीं की जा रही है। न हीं स्पोर्ट्स बोर्ड का गठन हुआ है जिससे खेल में इच्छुक विद्यार्थियों के लिए अन्याय हो रहा है । अत: अति शीघ्र विधि विश्वविद्यालय में स्पोर्टस बोर्ड का गठन किया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में भाग संयोजक रेवंत सिंह, वेटरनरी विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष वीरेंद्र सोनियासर, एग्रीविजन प्रांत संयोजक नवीन चौधरी, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य कृष्णा भाटी उपस्थित रहे। मांगे शीघ्र पूरी न किए जाने पर विद्यार्थी परिषद ने सभी विश्वविद्यालयों में आंदोलन करने की योजना बनाई है।


