
बीकानेर बना अवैध हथियार की मंडी, पुलिस के लिए बना चुनौती






बीकानेर बना अवैध हथियार की मंडी, पुलिस के लिए बना चुनौती
बीकानेर। अवैध हथियार पुलिस के लिए चुनौती बन गए हैं। हर दिन अवैध हथियार के साथ कोई न कोई बदमाश पकड़ा जा रहा है। मध्यप्रदेश, उारप्रदेश, बिहार व पंजाब से बड़ी संख्या में अवैध हथियारों का बीकानेर में आना पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। बदमाश लूट, डकैती के अलावा रंजिशन हमलों के लिए भी अवैध हथियारों का खुलेआम उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस अब अवैध हथियार तस्करों पर शिंकजा कसने के लिये नया प्लान तैयार कर रही है। इसके तहत जिले के सभी थानों में हथियार तस्करों का पूरा रेकार्ड बनाया जाएगा। अपराधियों की कुंडली में वह कब-कब अवैध हथियार के साथ पकड़े गए हैं। जमानत कब हुई और किसने दी जैसी सभी जानकारी रहेंगी। इसके अलावा यह भी देखा जाएगा कि प्रकरण में सजा हुई तो कितने दिन जेल में रहकर आया है या प्रकरण में वह बरी हो गया है। साथ ही उसके संगी साथियों को चिन्हित किया जायेगा। रिकॉर्ड में उसके दोस्तों के
नाम, पता और मोबाइल नंबर भी अपडेट किये जायेगें। जिससे पुलिस उन तक आसानी से पहुंच सकें। दरअसल, अवैध हथियार के कारण जिले में अपराध भी बढ़ रहे थे। अपराध बढ़े तो पुलिस ने अपनी रणनीति बदली। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बाहरी राज्यों से हथियार सप्लाई करने वाले बदमाश अन्य जगहों से 5 से 10 हजार में हथियार खरीद कर राजस्थान में 25 हजार से 50 हजार रुपए में बेच रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि हथियार खरीदने वाले पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं लेकिन मुय सप्लायर हाथ नहीं लग रहे हैं। पुलिस लगातार कर रही है कार्यवाही-आईजी अवैध हथियारों के खिलाफ ऑपरेशन वज्र चला रखा है। दूसरे राज्यों की पुलिस से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई कर रहे हैं। अवैध हथियारों की धरपकड़ के लिए रेंज के चारों जिलों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस अवैध हथियारों के खिलाफ सती से कार्यवाही कर रहीहै। बीते दिनों में पुलिस को सफलताएं मिली है। अपराध को रोकना प्राथमिकता में है।


