
दिवाली के मौके पर टूटी-फूटी सड़कों की होनी थी मरम्मत, आज तक नहीं हुई, कौन जिम्मेदार?





खुलासा न्यूज, बीकानेर। दिवाली के मौके पर शहर की टूटी-फूटी सड़कों को लेकर जिला प्रशासन सक्रिय नजर आया। जिला कलेक्टर ने बकायदा आदेश किया कि दिवाली से पहले शहर की समस्त टूटी-फूटी सड़कों की रिपेयरिंग या मरम्मत कर दी जाए। इस आदेश की पालना कुछ ही स्थानों पर हुई, अधिकांश क्षेत्रों में सड़कें आज भी टूटी-फूटी अवस्था में है। ऐसे में जिम्मेदार कौन है? दरअसल, सड़कों की मरम्मत के लिए सरकार ने बड़ा बजट दिया और कहा था कि दिवाली के मौके पर बारिश से टूटी सड़कों की मरम्मत कर दी जाए, लेकिन शहर के अधिकांश क्षेत्रों में आज भी सड़कों की हालत खस्ता है, जहां वाहनों का चलना मुश्किल को रहा है। कुछ क्षेत्रों की सड़कों ही हालत दयनीय है, जहां वाहन भी फूंक-फूंक कर चल रहे है। ऐसे में गर्भवती महिला या फिर ऑपरेट हुए लोगों के लिए ये सड़क किसी बड़े दर्द से कम नहीं है। शहर की कई ऐसी सड़के हैं, जिन पर दिनभर वाहनों का भारी आवागमन रहता है, वो सड़के टूटी-फूटी पड़ी है, हर कदम पर गड्ढे हादसों को न्यौता दे रहे है, वाहनों को नुकसान पहुंच रहा है, लेकिन प्रशासन में बैठे जिम्मेदारों ने एक बार भी उन सड़कों का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण नहीं किया। जिसका खामियाजा आमजनता भुगत रही है। जानकारों ने बताया कि राजनीति व प्रशासन में अप्रोच रखने वाले लोगों के क्षेत्रों में भरपूर काम हुआ है, जिसमें सड़कों का काम, रोड़ लाईट, साफ-सफाई तथा सीवरेज का काम शामिल है।

