
बीकानेर: रेजिडेंट डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सीनियर डॉक्टरों को लगाया ड्यूटी पर






बीकानेर: रेजिडेंट डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सीनियर डॉक्टरों को लगाया ड्यूटी पर
बीकानेर। मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर रेजिडेंट डॉक्टर्स रविवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने आउटडोर, इनडोर, केजुअल्टी, आईसीयू और लेबर रूम का संपूर्ण बहिष्कार कर दिया है। पीबीएम प्रशासन ने हालात को देखते हुए सीनियर डॉक्टर्स की ड्यूटियां लगा दी हैं।
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने रात्रिकालीन ड्यूटी पर जाने वाली महिला डॉक्टरों की सुरक्षा, उनके आवागमन के लिए वाहन की सुविधा देने, सीसीटीवी कैमरे, कैंपस में रोड लाइट लगाने, स्टाई पेंड बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर 14 अगस्त से दो घंटे के कार्य बहिष्कार पर थे। मांगों पर कार्यवाही नहीं होने पर रविवार से संपूर्ण कार्य बहिष्कार कर दिया।
करीब 550 रेजिडेंट डॉक्टर एक साथ हड़ताल पर चले गए। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत यादव ने बताया कि चिकित्सा मंत्री के आश्वासन को 48 घंटे बीत जाने के बाद भी मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में पिछले 12 दिन से कार्य बहिष्कार चलने के बावजूद सरकार ध्यान नहीं दे रही थी। इसलिए मजबूरी में संपूर्ण कार्य बहिष्कार का फैसला करना पड़ा।
उधर रेजिडेंट्स डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए सभी विभागों के सीनियर डॉक्टरों की ड्यूटी का रोस्टर रविवार सुबह जारी हो गया। मेडिसिन विभाग ने केजुअल्टी, एमआईसीयू, पीसीआईसीयू, ओपीडी, सी, एफ, एच, आई, जे, के वार्ड और एमसीएच में नए डेंगू वार्ड में सीनियर डॉक्टरों की ड्यूटियां लगा दी हैं। ऑन कॉल डॉक्टर भी तय कर दिया गया है। ऐसी ही व्यवस्था सर्जरी, एनेस्थिसिया, ऑर्थो, गायनी, पीडिया, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, श्वसन रोग सहित सभी विभागों में रोस्टर जारी कर दिया गया है।
डेंगू के 41 नए मरीज और आए, अब तक 751 हुए
पीबीएम में डेंगू रोगियों का ग्राफ रोज बढ़ रहा है। शनिवार को 233 मरीजों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 41 के डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट हुआ है। पीबीएम में डेंगू के इस साल अब तक 751 रोगी रिपोर्ट हो चुके हैं। मेडिसिन विभाग के सभी वार्ड वायरल बुखार और डेंगू के रोगियों से भर गए हैं। एमसीएच बिल्डिंग में भी 65 बेड पर डेंगू के मरीज हैं। वहां पर बेड बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। डेंगू के बढ़ते रोग के बीच हड़ताल ने प्रबंधन और मरीजों की समस्या बढ़ा दी है।


