
बीकानेर प्रेस फोटोग्राफी के इतिहास पुरूष थे बिस्सा





बीकानेर। बीकानेर प्रेस फोटोग्राफी के इतिहास पुरूष के रूप में अपनी पहचान रखने वाले स्व मदनगोपाल बिस्सा के कार्यों को भूलाया नहीं जा सकता। उन्होंने अपनी फोटोग्राफी से प्रेस फोटाग्राफी में नये आयाम स्थापित किये। ये उद्गार एडवोकेट एस एन हर्ष ने बिस्सा की 15 पुण्यतिथि पर सोशल मीडिया के जरिये भेजे अपने संदेश में व्यक्त किये। हर्ष ने कहा कि बीकानेर में 1957 में मॉडर्न स्टूडियो की स्थापना की। जिसके माध्यम से अपने छायाचित्रों को प्रकाशित कर देश भर में अपनी अमिट छाप छोड़ी। इस मौके पर मोबाइल पर भेजे अपने संवेदना संदेशों में बीकानेर प्रेस क्लब,इंडियन फैडरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्ट,अखिल भारतीय पुष्टिकर सेवा परिषद,एपीआईथ्री,राजस्थान पुष्टिकर यूथ विंग,राजीव यूथ क्लब,बीकानेर फाउण्डेशन,प्रज्ञालय,मुक्ति संस्थान,भल्ला फाउण्डेशन,धरणीधर पर्यावरण चेतना समिति के पदाधिकारियों के अलावा साहित्य जगत,राजनीति क्षेत्र,सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों,जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बिस्सा को श्रद्वासुमन अर्पित कि ये। इस दौरान बिस्सा की धर्मपत्नी सरला देवी ने बताया कि अगले साल राज्य स्तरीय पुरस्कार की घोषणा जल्द ही की जाएगी। सम्मान स्वरूप पांच हजार रूपये नकद,चांदी का मैडल,शॉल,श्रीफल व अभिनंदन पत्र दिया जाएगा।

