एसपी साहब शहर के इन इलाको में जुआरियों की भरमार, लाखों रुपये का जुआ खेला जाता है

एसपी साहब शहर के इन इलाको में जुआरियों की भरमार, लाखों रुपये का जुआ खेला जाता है

होटलों, रिसोर्ट व अपार्टमेंट बने जुआरियों के ठिकाने
एसपी साहब शहर के इन इलाको में जुआरियों ने बनाया अपना ठिकाना
बीकानेर। दिपावली के नजदीक आते ही बीकानेर शहर में जुएबाजी के नामी ठिकानों पर रौनक दिखने लगी है। इन ठिकानों पर रातभीर जुआरियों को जमावड़ा रहता है। जहां जुआरियों द्वारा लाखों का दावा लगाते है। वहीं दूसरी ओर एसपी कावेन्द्र सिंह सागर ने जुआरियों को पकडऩे के लिए कमर कस ली है। सभी थानाधिकारियों को सख्त निर्देश दिये है कि उनके इलाके में किसी भी हालात में सार्वजनिक स्थल या घर में जुए का खेल नहीं हो। पुलिस से बचने के लिये जुआरियों ने पुराने ठिकानों के बजाय इस बार बड़े होटलों,रिसोर्ट और रेजिडेंशियल अपार्टमेंटों को अपने ठिकाने बना रखे है। जहां सिर्फ बीकानेर ही बल्कि आस पास के गांवों कस्बों और नागौर, सरदाशहर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर से भी बड़ी तादाद जुआरी दाव लगाने आते है। जयपुर-बीकानेर हाईवे की कई होटलें और रिसोर्ट इन दिनों जुआरियों की रौनक से गुलजार है। इसके अलावा रामपुरा बस्ती, मुक्ता प्रसाद कॉलोनी,पास रानी बाजार के राजीव मार्केट, चौपड़ा कटला, सुभाषपुरा, जस्सूसर गेट, बड़ा बाजार, गोपेश्वर बस्ती,शहर के अंदर छोटी गलियों में इन जुआरियों ने अपना ठिकाना बना लिया है।जानकारी में दिपावली की सीजन बीकानेर में जुएबाजी का टॉप सीजन रहता है। इस सीजन में न सिर्फ बीकानेर शहर बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी जमकर जुआ खेला जाता है। खास बात ये है कि पुलिस को जुआरियों के बारे में पूरी जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यह भी खुलासा हुआ है कि शहर में कोचरों का चौक, बिन्त्राणियों का चौक और मोहल्ला चूनगरान, मोहता चौक, जस्सूसर गेट तो जुआरियों के सुरक्षित ठिकाने बने हुए है। जुआ जगत से जुड़े सूत्रों के अनुसार जुएबाजी का सबसे बड़ा ठिकाना गोगागेट, नत्थुसर गेट, डागा चौक इलाके के एक एक मकान में चल रहा है। जयपुर-जोधपुर बाईपास का रिसोर्ट भी नामी जुआरियों का सबसे बड़ा ठिकाना बना हुआ है, जहां बीकानेर के कई सफेदपोश जुआरी दाव लगाने पहुंचते है। इसी तरह पूगल रोड़ पर ओवरब्रिज के पास भी जुए का बड़ा अड्डा है। बीकानेर में चल रहे जुएबाजी के ठिकानों की पड़ताल में पता चला है कि बड़े जुआरियों ने पुलिस कार्यवाही से बचने के लिये अपने ठिकानों पर हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगा रखे है, इसके अलावा ठिकानों के आस पास इनके गुर्गे निगरानी के लिये मुस्तैद रहते है। जो पुलिस के साथ हर आने जाने वाले
पर पैनी नजर रखते है। कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आते ही ठिकाने पर बैठे जुआरियों को अलर्ट कर देते है। इतना ही नहीं
नामी जुआरियों ने तो जुएबाजी के बपर सीजन को देखते हुए होटलों में कमरें बुक करवा रखे है। जहां दाव लगाने के लिये
आने वाले जुआरियों को सुरक्षा के साथ हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाती है। यहां तक नगदी खत्म होने पर फाईनेंस
पर रकम उपलध करवा देते है।
तीन पत्ती और घोड़ी का है ज्यादा चलन
बीकानेर के जुआ जगत में तीन पत्ती और घोड़ी यानी पासे का सबसे ज्यादा चलन है। इसके अलावा अंदर बाहर, झंडी मंडी
समेत जुएबाजी के ऐसे कई फंडे है जिन पर लाखों रूपये के दाव लगते है। पड़ताल में यह भी सामने आया है कि जुएबाजी
के ज्यादाार ठिकाने जुआ माफिया और फाईनेंस मिल कर चलाते है। इनमें कई हवाला कारोबारी भी शामिल है।
बीकानेर में सक्रिय है बड़ा गिरोह जानकारी के अनुसार बीकानेर शहर में जुआ माफियाओं का एक दो बड़ा गिरोह सक्रिय है, इस गिरोह के माफियाओं ने ही शहर में जुएबाजी के ज्यादाार ठिकानों की कमान संभाल रखी है और पुलिस कार्यवाही से बचने के लिये यह अपने ठिकानों की जगह बदलते रहते है। पिछले दिनों इन माफियाओं ने रानी बाजार व बड़ा बाजार, नत्थुसर गेट इलाके में जुएबाजी का ठिकाना बनाया था, लेकिन पुलिस कार्यवाही की भनक लगने के बाद अपना ठिकाना बदल लिया। यह भी पता चला है कि जुआ माफियाओं की गैंग में शहर के नामी अपराधी और मादक पदार्थ तस्कर भी शामिल है। इसलिये बीकानेर की जुएबाजी अपराध जगत की सबसे मंडी बन चुकी है।

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