
खेजड़ी के पेड़ बचाने के लिए अनशन पर बैठी महिला की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में कराया भर्ती






खुलासा न्यूज बीकानेर। खेजड़ी पेड़ों को बचाने के लिए अनशन पर बैठी एक महिला की शुक्रवार को तबीयत बिगड़ गई। पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। ये महिला पिछले बारह दिनों से अनशन पर थी। बता दें कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर प्लांट लगाने के लिए खेजड़ी के पेड़ों को लगातार काटा जा रहा है। अब तक हजारों की संख्या में खेजड़ी के पेड़ काटे जा चुके हैं। कंपनियां इन पेड़ों को अन्यत्र लगाने के लिए भी कोई प्रयास नहीं कर रही है। ऐसे में पिछले दिनों ग्रामीणों ने मिलकर आंदोलन शुरू कर दिया। इसी आंदोलन को सपोर्ट करते हुए अलका बिश्नोई अनशन पर बैठ गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सोलर कंपनियां खेजड़ी के पेड़ों को बर्बाद कर रही है। एक दिन ये पेड़ दिखने बंद हो जाएंगे। शुक्रवार को अनशन पर बैठी अलका की तबीयत बिगडऩे लगी तो पुलिस ने उनका धरना स्थल पर ही स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। जिसमें तबीयत खराब होने पर जबरन पीबीएम अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर को दिखाने के बाद भर्ती करा दिया। अलका बिश्नोई पिछले बारह दिनों से अनशन पर थी, ऐसे में उसकी तबीयत बिगड़ गई। खेजड़ी की कटाई रोकने के लिए कलेक्ट्रेट पर पिछले 40 दिनो से धरना चल रहा है।, वहीं छत्तरगढ़ में भी खेजड़ी के पेड़ों को बचाने के लिए धरना चल रहा है, परंतु न तो इनकी सरकार सुनवाई कर रही और न ही स्थानीय प्रशासन।


