Gold Silver

स्वास्थ्य विभाग का दावा : जिले में अब तक डेंगू के कुल 461 मामले हुए चिन्हित, लेकिन हकीकत कुछ और

खुलासा न्यूज, बीकानेर।  जिले में अब तक डेंगू के कुल 461 मामले में चिन्हित हुए है, यह आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किये गए है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बता दें कि इन आंकड़ों में वे डेंगू मरीज शामिल नहीं है, जो प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना ईलाज ले रहे है या ईलाज ले चुके है। वहीं, सरकारी हॉस्पिटल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में भी छुपन-छुपाई का खेल चल रहा है। पीबीएम अस्पताल के डेंगू वार्ड की बात करें तो यहां सभी बैड डेंगू पीडि़त मरीजों से फूल है, कुछ तो नीचे फर्श पर लेटकर ईलाज लेने के लिए मजबूर हो रहे है। सूत्रों के अनुसार हर दिन 50 से अधिक मरीज डेंगू से पीडि़त होकर यहां पहुंचते है, लेकिन विभाग गिनती उन्हीं मरीजों की करता है जो गंभीर है या फिर संबंधित मरीज को बुखार बहुत ज्यादा तेज है। इसके अलावा इन आंकड़ों में वे मरीज शामिल नहीं है जो प्राईवेट हॉस्पिटल में ईलाज ले रहे है या फिर ले चुके है। साथ बहुत सारे मरीज ऐसे भी है जो डॉक्टर्स के निजी क्लिनिक से ईलाज ले रहे है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में आंकड़ों के कई अधिक मरीज है। वहीं, विभाग की और से यह भी नहीं बताया जा रहा है कि डेंगू से अब तक कितने लोगों की मौत हो चुकी है। सूत्रों ने बताया कि पीबीएम अस्पताल में हर रोज एक-दो मरीज अपनी सांसे छोड़ रहे है।

 

संयुक्त निदेशक डॉ अनमोल खंडेलवाल ने बीकानेर में जाने डेंगू नियंत्रण के जमीनी हाल

संयुक्त निदेशक (अस्पताल प्रशासन) एवं बीकानेर जिले में डेंगू मलेरिया नियंत्रण हेतु जिला प्रभारी अधिकारी डॉ अनमोल खंडेलवाल ने बीकानेर जिले का एकदिवसीय सघन दौरा किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि डॉ खंडेलवाल ने एसडीएम जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल कोलायत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गजनेर तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सर्वोदय बस्ती का निरीक्षण किया। डेंगू मलेरिया नियंत्रण को लेकर की जा रही घर-घर सर्वे, एंटी लारवा, एंटी मॉस्किटो तथा जन जागरूकता गतिविधियों की गहन समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता, आईडीएसपी प्रभारी डॉ उमाशंकर यादव तथा सहायक मलेरिया अधिकारी अशोक व्यास मौजूद रहे। डॉ खंडेलवाल ने सभी अस्पतालों पर जाकर उपलब्ध संसाधनों, दवा, जांच, आरक्षित बेड तथा फील्ड स्टाफ के प्रशिक्षण स्तर की समीक्षा की। उन्होंने ओपीडी के कम से कम 10 प्रतिशत मरीजों की ही स्लाइड बनाने की बजाय प्रत्येक बुखार के रोगी की स्लाइड बनाने के निर्देश दिए चाहे यह संख्या 10त्न से कहीं ज्यादा हो। उन्होंने आवश्यकता अनुसार नगर निगम, नगर पालिका व पंचायत से समन्वय स्थापित कर फोगिंग करवाने तथा बड़े जल स्रोतों के नियमित जांच के निर्देश दिए। घर-घर सर्वे की गुणवत्ता बढ़ाने हेतु स्टाफ के बेहतर प्रशिक्षण तथा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर डेंगू मलेरिया से बचाव संबंधी पोस्टर प्रदर्शित करने पर जोर दिया। डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि जनवरी से आज दिनांक जिले में डेंगू के 461, मलेरिया के 65 तथा चिकनगुनिया के 14 मामले चिन्हित किए गए हैं।

Join Whatsapp 26