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नशे की गिरफ्त में आ रहा बीकानेर जिला, छोटी-छोटी दुकानों पर बिकने लगा भविष्य खराब करने वाला जहर, पुलिस कब लेगी एक्शन?

खुलासा न्यूज, बीकानेर। पंजाब, हरियाणा और चंढीगढ़ के बाद बीकानेर संभाग के हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर व अनूपगढ़ जिला पूरी तरह नशे की गिरफ्त में है, जहां छोटी-छोटी उम्र के युवाओं को इस नशे की लत ने बर्बाद कर रखा दिया है। वहीं, इस खतरनाक नशे की गिरफ्त में धीरे-धीरे बीकानेर भी आने लगा है, जो युवाओं के भविष्य के साथ-साथ घर-परिवार को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के कुछ स्थान ऐसे हैं जहां छोटी-छोटी दुकान पर नशा बिकता है, जिसमें स्मैक, एमडी, गांजा, जॉइंट, अमल, डोडा आदि शामिल है। ये सभी नशे इतने खतरनाक है कि लत लगने के बाद छोडऩा मुश्किल हो जाता है। साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ज्यादा घातक है। नशे के दाम बहुत ज्यादा अधिक होने के कारण घर-परिवार भी आर्थिक तंग झेलने पर मजबूर हो रहे है। शहर में बढ़ती चोरी, लूट, डकैती व छीना झपट्टी की घटनाओं का ग्राफ दिनों दिन बढ़ रहा है। बीकानेर शहर की बात करें तो नयाशहर, मुक्ताप्रसाद, व्यास कॉलोनी व गंगाशहर थाना क्षेत्र में सबसे अधिक अवैध नशे की बिक्री हो रही है, जहां खांचों में बनी छोटी-छोटी दुकानों पर नशा बिक रहा है, इन दुकानों को देख कोई सोच भी नहीं सकता है कि ऐसी दुकान में इतना बड़ा और खतरनाक नशा बिक रहा है। देर रात तक खुलने वाली अधिकांश दुकानों में अवैध नशा बिक रहा है। जबकि यहां के मंत्री पुलिस व प्रशासन को निर्देश दे चुके हैं देररात तक खुलने वाली दुकानें, रेस्टोरेंट, कैफे पर कार्रवाई की जाए, लेकिन पुलिस प्रशासन इन आदेशों की अनदेखी कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस के खुफिया तंत्र को सबकुछ मालूम है, लेकिन ऐसा क्या है कि कार्रवाई नहीं हो रही। शहर की कुछ सड़कें ऐसी है, जहां नशेडिय़ों का पूरा जाजम लगता है, वाहनों की आवाजाही लगातार रही है, जिनमें बड़ी संख्या में बिना नंबरी वाहन भी होते है, परंतु पुलिस की गश्त नहीं होने के कारण ये बेखौफ होकर गलत काम करते है।
यह नशा केवल बीकानेर शहर ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी धड़ल्ले से बिक रहा है। गांवों में सबसे अधिक नशा अवैध शराब, अमल, डोडा पोस्त है, जिनकी सबसे अधिक बिक्री होती है। इसके अलावा खाजूवाला व छत्तरगढ़ तो पूरी तरह से नशे की गिरफ्त में है, जहां हर आदमी इस नशे से परेशान है। कई मर्तबा नशे पर अंकुश लगाने के लिए जागरूक लोगों द्वारा पुलिस प्रशासन से मांग की जा चुकी है, परंतु सुनवाई नहीं हो रही। अब जिले के नए एसपी से लोगों को उम्मीद है वे इस नशे पर अंकुश लगाने को लेकर कोई सख्त कदम उठाएंगे।

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