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क्वारेंटाइन में रह कर रहे है श्रमदान

बीकानेर। बीकानेर व नागौर सहित राज्यों की सीमाएं सील है फिर भी छुपते छुपाते ग्रामीणों का गांवो में पहुंचना बदस्तुर जारी है। आज सुबह सोनियासर मिठिया में भी तीन ट्रेक्टर ड्राइवर पश्चिम बंगाल से गांव पहुंचे है। 20 अप्रेल को भी 4 जने यहां आए और अभी गांव में आगामी पांच सात दिनों में करीब 10 ग्रामीणों के ओर पहुंचने की सूचना है। हालांकि ये घर नहीं गए और गांव के राजकीय स्कूल में 28 दिन के लिए क्वारेंटाइन किया गया है। सभी की स्क्रिनिंग की गयी है और इन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत नहीं है। ये परदेशी घर लौटने पर घरवाले इनका स्वागत तो नहीं कर पा रहे पर उनके मनों में संतोष जरूर भर गया है कि उनके बच्चें गांव की मिट्टी तक वापस लौट आए है और पहुंचने वाले भी खुश और संतुष्ट नजर आ रहे है। उनका कहना हैकि ऐसे माहौल में घर तक पहुंचना उनके लिए किसी विजय यात्रा से कम नहीं है।
सरपंच बने प्रेरणादायी
इन युवकों ने गांव की सुरक्षा के लिए घर नहीं जा कर स्वयं ही सीधे क्वारेंटाइन सेंटर पर पहुंचे व यहां भी विद्यालय प्रांगण की साफ सफाई करने में जुट गये है। इन्होनें स्कूल में श्रमदान की इच्छा सरपंच के सामने जाहिर की है। ज्ञात रहे क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों द्वारा सेंटर पर श्रमदान की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिससे प्रेरणा लेकर इन्होनें भी कुछ कार्य करने का विचार किया है। सरपंच नंदकि शोर बिहाणी भी सेंटर संयोजक से बात कर इनके लिए विद्यालय में पेड़ लगवाने सहित कोई और कार्य भी निर्धारित करेंगे।

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