
नशा और नशाखोर आमजन ही नहीं, पुलिस के लिए भी बड़े सिदरर्द बना,शहर में आए दिन राहगीरों से छीना-झपटी करते है नशेड़ी






नशा और नशाखोर आमजन ही नहीं, पुलिस के लिए भी बड़े सिदरर्द बना,शहर में आए दिन राहगीरों से छीना-झपटी करते है नशेड़ी
बीकानेर। नशा और नशाखोर आमजन ही नहीं, पुलिस के लिए भी बड़े सिदरर्द बन रहे हैं। नशे के लिए नशे में चूर ये युवक शहर में आए दिन राहगीरों से छीना-झपटी कर रहे हैं। पुलिस भी बेबस नशेडिय़ों के खिलाफ कुछ कार्रवाई नहीं कर पा रही। क्योंकि इन नशेडिय़ों को अपना ही होश नहीं होता। ऐसे हालात में पुलिस नशाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी नहीं कर पा रही है। हैरत की बात है कि नशे की लत के शिकार होने वाले सबसे अधिक युवा व नाबालिग हैं, जिनकी उम्री 15 से 30 साल के बीच है। कई युवाओं की इन बुरी आदतों के चलते उनका परिवार ही बर्बादी की कगार पर आ या है।
शहर में भुट्टों का चौराहा, पूगल फांटा, मुक्ताप्रसाद चौराहा, रामपुरा बस्ती, गंगाशहर, जेएनवीसी थाना क्षेत्र में खुलेआम गांजा, एमडी, अफीम, स्मैक का कारोबार हो रहा है। नशे के आदी युवा अब बेखौफ होकर सडक़ों पर राहगीरों से छीना-झपटी व चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
शहर से गांव, पार्क से स्कूल…नशे की बिक्री
नशा कारोबारी शहरी क्षेत्र के भुट्टों का चौराहा, रोशनीघर चौराहा, पीबीएम अस्पताल रोड, पूगल फांटा, नई गजनेर रोड, चूंगी चौकी, जेएनवीसी कॉलोनी, मुक्ताप्रसाद कॉलोनी, रामपुरा बस्ती, नत्थुसर गेट के बाहर, शीतल गेट सहित कई जगहों पर एमडी, गांजा, स्मैक, अफीम सहित विभिन्न तरह के नशे को युवाओं को आपूर्ति कर रहे हैं।
नाबालिग नशेड़ी भी लूटपाट में शामिल
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें, तो शहरभर में राहगीरों से छीना-झपटी करने वाले अनुमान के मुताबिक 30 से 35 युवा हैं, इनमें पांच-दस नाबालिग भी हैं।
इस तरह के नशा करते है इस उम्र के युवा
सॉल्यूशन ट्यूब 15-20 15
गांजा 20-45 30
एमडी 25-35 20
स्मैक 25-40 25
चरस 15-40 18
शराब 18-50 60
नशीली टेबलेट 25-35 10


