
आठ साल की मासूम के साथ 11 साल के नाबालिग ने किया रेप





आठ साल की मासूम के साथ 11 साल के नाबालिग ने किया रेप
खुलासा न्यूज़। जोधपुर में 8 साल की मासूम से रेप करने का मामला सामने आया है। आरोपी भी 11 साल का बच्चा है। घटना के पीड़िता का परिवार बेटी भविष्य को लेकर डर गया और चुप रहा। मां को ये सहन नहीं हुआ और मामले के 3 दिन बाद मंगलवार को अकेले थाने जाकर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर नाबालिग आरोपी को निरूद्ध् किया। पीड़िता का भी मेडिकल करवाया गया है। मामला लूणी थाना क्षेत्र का है। जांच सीकाउ सेल के एडीसीपी लाबुराम चौधरी कर रहे है।
पीड़िता के पड़ोस में रहता है आरोपी
लूणी थानाधिकारी हूकमसिंह ने खुलासा को बताया- थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने मंगलवार को नाबालिग बेटी से रेप का मामला दर्ज करवाया है। रिपोर्ट में बताया कि उनकी बेटी 8 साल की है। 14 सितंबर को उसके साथ पड़ोस में रहने वाले एक 11 साल के बच्चे ने रेप किया। शाम को बेटी की तबीयत खराब होने पर परिवार के लोगों को इसकी जानकारी मिली।
परिजन डरते रहे, मां ने दर्ज करवाया मामला
बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन ही परिजनों का पता चल गया था लेकिन परिजन बेटी के भविष्य को लेकर डर गए। बेटी के साथ हुए घिनौने अपराध को मां सहन नहीं कर पाई और बेटी को न्याय दिलाने पुलिस में मामला दर्ज करवाया। घटना के 3 दिन बाद अकेले थाने पहुंची और रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पुलिस ने आरोपी नाबालिग को डिटेन कर बाल सुधारगृह भिजवा दिया है। शुरूआती जांच में सामने आया कि आरोपी नाबालिग मोबाइल का आदी था और कई तरह के वीडियो वह अपने मोबाइल में देखता रहता था। नाबालिग से रेप से पहले भी उसने अपने मोबाइल में कई तरह के वीडियो देखे थे।
एमडीएम हॉस्पिटल के वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेंद्र कुमार ने खुलासा को बताया- मोबाइल पर वीडियो कंटेंट का कोई भी दायरा नहीं रहा है। दो साल की उम्र से बच्चे मोबाइल को देखने के आदी हो रहे है। ऐसे में बच्चों का मानसिक विकास नहीं हो रहा है। इन वीडियो को देखकर उनमें फिजिकल विकास बढ़ रहा है। मेडिकल लाइन में बात करे तो 11 साल के बच्चे में सेक्स जैसी मानसिकता नहीं होती है।
इस उम्र में नाममात्र के फिजिकल चेंज आना शुरू होते है। मोबाइल में अभी के समय में आ रहा वीडियो कंटेंट, वेब सीरीज, उसके आस-पास की गतिविधियां उस बच्चे में सबसे से पहले फिजिकल चेंज ला रही है। नेट पर सबसे ज्यादा अश्लील कंटेंट हर रूप में भरा हुआ है। ऐसे में कम उम्र के बच्चे इसे एप्लाई करने की कोशिश करते है। इसके लिए बच्चे सॉफ्ट टारगेट ढूंढते है। और उनके लिए सॉफ्ट टारगेट उनसे कम उम्र के बच्चे होते है।

