
कल महिला कार्मिकों व शिक्षिकाओं को पहनने होंगे ‘लहरिया वस्त्र’, सरकार का आदेश बना मुसीबत






खुलासा न्यूज, बीकानेर। राजस्थान में कल हरियाली तीज के अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा हरियालो उत्सव में रिकॉर्ड पौधे लगाने जा रही है। जिसके लिए सरकार ने सरकारी कर्मचारी, अधिकारियों सहित आम-आदमी को जिम्मेदारी दी है। इस बीच सरकार द्वारा जारी किया आदेश महिला कर्मचारियों के लिए मुसीबत बन गया है। दरअसल, आदेश में महिला कार्मिकों-शिक्षकों को उत्सव में शामिल होने के लिए पाबंद करने के साथ-साथ एक खास ड्रेस में आने का निर्देश दिया गया है। सरकार ने कहा है कि महिला कार्मिक या शिक्षिका को लहरिया वस्त्र का उपयोग करना है। ऐसे में जिन महिला कार्मिकों व शिक्षिकाओं के पास लहरिया कपड़े नहीं है, उनको इस आदेश के बाद तुरंत बाजार भागना पड़ा। ऐसे में कुछ को सरकार द्वारा तय की गई डे्रस कॉड में वस्त्र मिले तो किसी को नहीं। दरअसल, प्रदेश में कल यानि सात अगस्त को हरियालो राजस्थान (एक पेड़ मां के नाम) कार्यक्रम वृहद स्तर पर हो रहा है। इसके लिए सभी सरकारी विभागों के कर्मचारियों, आम लोगों की भागीदारी तय की गई है। शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों-कर्मचारियों को इसमें भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। लेकिन ड्रेस कॉड का आदेश महिला कर्मचारियों को जच नहीं रहा। महिला कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने एक तो अचानक यह आदेश जारी किया है, ऐसे में बाहर बारिश हो रही है, बाजार जाए तो कैसे जाए। ऐसे में सरकार को इस प्रकार का आदेश समय रहते जारी करना चाहिए था ताकि अगर किसी कार्मिक के पास लहरिया वस्त्र ना भी हो तो उसे बाजार से खरीद लाने में समय मिलता। वहीं, बात यह भी सामने आ रही है कि सरकार ने इतना बड़ा प्रोग्राम आयोजित है तो ड्रेस कॉड के लिए अलग से बजट भी जारी करना चाहिए था।


