
भाजपा विधायक पर डॉक्टर की किडनैपिंग-मारपीट का केस दर्ज, व्यापारियों ने बाजार किया बंद






खुलासा न्यूज नेटवर्क। श्रीगंगानगर से भाजपा विधायक जयदीप बिहाणी (58) के खिलाफ एक डॉक्टर ने किडनैपिंग और मारपीट का मामला दर्ज कराया है। डॉक्टर का आरोप है कि बिहाणी उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी से नाराज थे। एफआईआर के मुताबिक घटना 17 जून की है।
वहीं, विधायक के खिलाफ केस होने के बाद स्थानीय व्यापारी संगठन बिहाणी के समर्थन में उतर आए और शनिवार को बाजार बंद रखा। इस मामले पर विधायक की प्रतिक्रिया अब तक नहीं आई है। पीडि़त डॉक्टर श्याम सुंदर अरोड़ा के भाई का दावा है कि मारपीट में बुरी तरह घायल होने के कारण उन्हें बठिंडा एम्स में भर्ती कराया गया है। अरोड़ा श्रीगंगानगर में ही हौम्योपैथी क्लीनिक चलाते हैं।
डॉक्टर का आरोप- समर्थकों ने क्लीनिक में घुसकर मारा, विधायक ने पिस्टल दिखाई
डॉ.श्याम सुंदर अरोड़ा ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि 17 जून को विधायक बिहाणी के पीए मनीष गर्ग का फोन आया। उसने कहा- मैं रामदेव कॉलोनी से दवा लेने आया हूं, आप अपने क्लीनिक आ जाइए। मैं क्लीनिक पहुंचा तो बाहर जीप खड़ी थी। मनीष गर्ग वहीं खड़ा था। अंदर पेशेंट एरिया में पार्षद संजय बिश्नोई, संदीप घोड़ेला, मनीष प्रजापत और एक अन्य व्यक्ति बैठे थे।
अरोड़ा ने कहा- अंदर कुर्सी पर बैठते ही मनीष गर्ग ने एक फेसबुक पेज आईडी ‘सतयुग की नींव’ दिखाई। मनीष ने इस पेज पर की गई एक पोस्ट दिखाकर पूछा- क्या ये पोस्ट तुमने की है? मैंने मना किया तो मनीष ने दोबारा पूछा कि पोस्ट तुमने नहीं की तो तुम्हारे पीछे कौन सा नेता है। इसके बाद वे लोग मुझसे क्लिनिक में ही मारपीट करने लगे। उन्होंने मुझे पिस्तौल दिखाई और दयानंद मार्ग पर विधायक के मकान के सामने एक ऑफिस के ऊपरी हिस्से में ले गए। वहां पूर्व पार्षद हरविंद्र पांडेय भी मौजूद था।
अरोड़ा ने कहा- कुछ देर में वहां विधायक जयदीप बिहाणी आए। विधायक के इशारे पर मुझसे फिर मारपीट की गई। विधायक ने भी मुझे पिस्तौल दिखाई। वे लोग करीब एक घंटे तक मेरे साथ मारपीट करते रहे। इसके बाद विधायक बिहाणी ने पुलिस को फोन किया। पुलिस मौके पर पहुंची और मुझे घायल हालत में होने के बावजूद अस्पताल ले जाने की बजाय पहले मेरी क्लीनिक पर लाई। यहां बिखरा सामान ठीक करवाया और क्लीनिक लॉक करवाया। वहां से पुलिस कोतवाली थाने ले गई। बाद में मेरे भाई के आग्रह पर मुझे अस्पताल ले जाया गया।


