
दोस्त की हालत देख दुखी हो गए Kapil Dev, पेंशन दान करने का ले लिया फैसला, BCCI से की खास अपील






भारतीय टीम को पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव इस समय दुखी हैं। कपिल देव के दुख का कारण उनके पूर्व साथी क्रिकेटर और अच्छे दोस्त की बीमारी है। उनका एक पूर्व साथी इस समय जानलेवा बीमारी से जूझ रहा है और उसी की हालत देख कपिल देव का दिल पसीज रह है। ये कोई और नहीं बल्कि भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और कोच अंशुमन गायकवाड़ हैं।
अंशुमन इस समय ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं। उनका लंदन में इलाज चल रहा है। कपिल अपने दोस्त की मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सिर्फ कपिल ही नहीं अंशुमन के साथ खेलने वाले कई पूर्व क्रिकेटर अंशुमन की मदद के लिए आगे आ रहे हैं और उनकी हर संभव मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।
दर्द में कपिल देव
कपिल देव ने कहा है कि अंशुमन ने महान गेंदबाजों की गेंदों को अपने सीने पर खाया और देश के लिए खड़े रहे और अब उनके लिए खड़े होने के समय। कपिल ने स्पोर्ट स्टार से बात करते हुए कहा, “ये काफी दुखी और डिप्रेसिंग है। मैं दर्द में हूं क्योंकि मैं अंशुमन के साथ खेला हूं और उसे इस स्थिति में नहीं देख सकता। मुझे पता है कि बोर्ड उनका ध्यान रखेगा। हम किसी को मजबूर नहीं कर रहे। अंशु के लिए जो भी मदद हो वो दिल से होनी चाहिए। उन्होंने देश के लिए खेलते हुए अपने चहरे और सीने पर गेंदें खाई हैं। अब समय है कि उनके साथ खड़ा हुआ जाए।”
हम हैं तैयार
कपिल ने कहा कि भारत में ऐसा कोई सिस्टम नहीं है कि पूर्व क्रिकेटरों को जरूरत के मदद मिल जाए। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से हमारे पास कोई सिस्टम नहीं है। मौजूदा खिलाड़ियों को अच्छे-खासे पैसे मिलते देखना अच्छा है। हमारे समय में बोर्ड के पास पैसा नहीं होता था। आज है, और सीनियर खिलाड़ियों की मदद करनी चाहिए।”
कपिल ने कहा, “लेकिन हम अपना योगदान कहां भेजेंगे? अगर कोई ट्रस्ट होता तो हम पैसा उसमें भेज देते। लेकिन कोई सिस्टम नहीं है। मुझे लगता है कि ट्रस्ट होना चाहिए। मुझे लगता है कि बीसीसीआई ये कर सकता है। वह पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों की देखभाल कर सकते हैं। अगर परिवार मंजूरी देता है तो हम अपनी पेंशन की रकम डोनेट करने तैयार हैं।”
पाटिल, वेंगसरकर ने मांगी मदद
इससे पहले भारत के पूर्व बल्लेबाज और कोच संदीप पाटिल, दिलीप वेंगसरकर ने बीसीसीआई कोषाध्यक्ष आशीष शेलार को फोन कर अंशुमन की स्थिति की जानकारी दी थी और उन्होंने अंशुमन की मदद करने का आश्वासन दिया था।


