
अब घर खरीदना होगा और भी महंगा, डीएलसी रेट में हुए इतने प्रतिशत वृद्धि






अब घर खरीदना होगा और भी महंगा, डीएलसी रेट में हुए इतने प्रतिशत वृद्धि
खुलासा न्यूज़। प्रदेश में हाउसिंग बोर्ड स्कीम के तहत आने वाले मकान महंगे हो गए हैं। सरकारी जमीनों का डीएलसी रेट बढ़ने से पहले हाउसिंग बोर्ड ने अपनी आवासीय योजनाओं की जमीनों की आरक्षित दरों में बढ़ोतरी कर दी है। यह बढ़ोतरी 8 से 8.50 फीसदी तक की है। बुधवार को हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर ने आदेश जारी किए। ये दरें 30 जून 2025 तक के लिए प्रभावी रहेंगी। हाउसिंग बोर्ड ने सबसे ज्यादा आरक्षित दर जयपुर के मानसरोवर में 2610 रुपए प्रति वर्गमीटर बढ़ाई है। वहीं सबसे कम दर जयपुर की महल योजना में 205 रुपए प्रति वर्गमीटर बढ़ाई है। हाउसिंग बोर्ड ने 6 माह में दूसरी बार जमीनों की आरक्षित दरों में इजाफा किया है। इससे पहले इसी साल 19 जनवरी को आदेश जारी करके जमीनों की कीमतों में इजाफा किया था। बोर्ड ने अलवर, भिवाड़ी, दौसा, भरतपुर, सवाई माधोपुर और धौलपुर की स्कीम में इजाफा नहीं किया है। इन जिलों में मौजूद सर्किल ऑफिस से यहां की जमीनों की कीमतों को स्थिर रखने की सिफारिश की गई थी।
ऐसे समझें कीमतों में बदलाव
उदाहरण के तौर पर हाउसिंग बोर्ड की उदयपुर की गोवर्धन विलास विस्तार आवासीय योजना में इसी साल 15 मार्च से 15 अप्रैल तक आवेदन मांगे गए थे। इस योजना में एलआईजी मकान (52 वर्गमीटर) की अनुमानित कीमत 17.40 लाख रुपए बताई। उस समय यहां एलआईजी मकान की जमीन दरें 17725.50 रुपए प्रति वर्गमीटर निर्धारित थी। इसके आधार पर जमीन की लागत 9 लाख 21 हजार 726 रुपए आई।
लेकिन, अब बोर्ड प्रशासन ने जमीन की दरों में 8.50 फीसदी का इजाफा कर दिया। अब वर्तमान में जमीन की दर 19233 रुपए प्रति वर्गमीटर हो गई। इस रेट के हिसाब से अब इस योजना में 52 वर्गमीटर जमीन की कीमत 10 लाख 116 रुपए हो गई, यानी 78 हजार 390 रुपए बढ़ गए। नई दर बढ़ने के बाद अब यहां एक एलआईजी की अनुमानित लागत 18.18 लाख रुपए हो जाएगी।


