Gold Silver

बीकानेर: नहीं चेते तो फिर बनेंगे वहीं हालात, आखिर कब होगा सुधार

बीकानेर: नहीं चेते तो फिर बनेंगे वहीं हालात, आखिर कब होगा सुधार

खुलासा न्यूज़ बीकानेर। भीषण गर्मी के बीच अब इस महीने के अंत या जुलाई के शुरू में मानसून की झमाझम बारिश की संभावना है। उससे पहले प्री-मानसून की बारिश से शहरवासियों को राहत की उम्मीद है। झमाझम बारिश में एक बार फिर निचले इलाकों में हर साल की तरह इस बार भी जलभराव की भी संभावनाएं नजर आती है। हालांकि नगर निगम भी हर साल की तरह ही नालों की सफाई के दावें तो कर रहा है लेकिन हकीकत क्या वह किसी से छिपी नहीं है। हालात तो यह हो जाते है की आधे घंटे की बारिश में नगर निगम के ही आगे पानी भर जाता है। इस बार भी यही समस्या नगर निगम के सामने आने वाली है। जलभराव न हो इसके लिए निगम के आगे सड़क का लेवल ऊपर किया जरुर था लेकिन कुछ दिन पहले सीवरेज के कार्य की वजह से एक बार फिर उसी जगह पर गड्ढा कर दिया गया है। ऐसे में समस्या जस की तस ही नजर आनी है। कमरों में बैठकर बैठकों का दौर तो पहले ही शुरू हो गया है, आने वाले दिनों में मानसून को लेकर फिर बैठकें होगी, लेकिन समस्या के स्थाई समाधान के बारें में कब ठोस कदम उठाया जाएगा। बैठकों में भी जो दावें किए जा रहे है वो तो आने वाले दिनों में ही पता चल पाएगा।

जगह-जगह खुदे गड्ढे न बन जाए आफत
अमृत योजना के तहत शहर में सीवर लाइन बिछाने और चैम्बर निर्माण का कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य की अव्यवस्था से हालात ऐसे है कि कई मार्गों पर यातायात जाम रहता है।कुछ मोहल्लों में तो लोगों का घरों से बाहर निकलना ही दुभर हो गया है। चैंबर निर्माण के लिए गड्ढे खोदकर छोड़ दिए जाते है, निर्माण कार्य कई दिन बात शुरू किया जाता है। चैम्बर निर्माण के बाद मिट्टी हटाकर सड़क को समतल कर साफ-सफाई का कार्य किया ही नहीं जाता। अभी तक सीवरेज प्रोजेक्ट के तहत महज 500 सीवर चैम्बर निर्माण का कार्य ही ठेकेदार फर्म ने शुरू कर रखा है। इसमें ही जनता की आफत आ गई है। मानसून की बारिश में कहीं ये गड्ढे आफत न बन जाए।

bikaner nagar nigam
बारिश के दौरान नगर निगम में भर जाता है पानी

इन जगहों पर होता है जलभराव
बारिश के मौसम में परेशानी का सामना तो आमजन को ही करना पड़ता है। क्योंकि आधे घंटे की तेज बारिश के बाद पुरानी गिन्नाणी क्षेत्र में सबसे पहले जलभराव हो जाता है। यहां तो स्थिति यह हो जाती है की पहले जलभराव की वजह से बाहर नहीं निकल पाते है। उसके बाद कीचड़ से हाल बेहाल हो जाते है। इसके अलावा पुलिस लाइन चौराहे पर कई घंटों तक लंबा जाम लगा रहता है। जबकि इस सड़क से हजारों की संख्या में वाहन निकलते है। सूरसागर के आगे भी जलभराव होने की वजह से वाहनों को घूमकर जाना पड़ता है। सूरसागर से फर्नीचर मार्केट की तरफ जाने वाली सड़क की स्थिति पिछले एक साल से ही वैसी की वैसी पड़ी है। यहां बारिश के दौरान कई बार जूनागढ़ की खाई की दीवार भी टूट जाती है। लेकिन यह सभी समस्याएं आमजन की है इसलिए कोई सुनवाई नहीं है।

अब तो जरा ध्यान दो महापौर जी
शहर में विकास की बात करें तो हालात सबके सामने है। हर बार बड़े-बड़े दावें किए जाते है। लेकिन हालात कभी सुधरते ही नहीं है। अब तो शहरी सरकार के भी चुनावों में महज कुछ महीनों का ही समय बचा है। लेकिन इसके बाद भी महापौर कहीं भी सक्रिय नजर नहीं आ रही है। जबकि अब तो महापौर को सक्रिय होकर आगे आना चाहिए और इस सम्बद्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश देना चाहिए ताकि आमजन को राहत मिल सके। अगर अब भी सक्रीय नहीं हुई तो कहीं आने वाले चुनावों में भाजपा को इसका नुकसान न उठाना पड़ जाए।

Join Whatsapp 26