मरुधरा में सूरज बरपा रहा कहर, बाजारों में पसरा सन्नाटा

मरुधरा में सूरज बरपा रहा कहर, बाजारों में पसरा सन्नाटा

मरुधरा में सूरज बरपा रहा कहर, बाजारों में पसरा सन्नाटा

खुलासा न्यूज़। बीकानेर सहित पूरे प्रदेश़ में तेज गर्मी और लू का सितम जारी है। हर दिन तापमान में हो रही बढ़ोतरी से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। झुलसाने वाली गर्मी के कारण दोपहर को लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। बाजारों में भी दोपहर के समय सन्नाटा पसर रहा है। कूलर-पंखे भी राहत नहीं दिला पा रहे। शनिवार को भी इलाके में इसी तरह के हालात रहे।

प्रदेश में बने एंटी साइक्लोन के कारण बीकानेर में गर्मी पूरे शबाब पर है। एंटी साइक्लोन के कारण हवा में नमी लगातार कम होती जा रही है। इस कारण गर्मी लगातार बढ़ रही है। बीकानेर का तापमान 45.5 डिग्री रहा। बीकानेर के साथ-साथ चूरू और कोटा में भी दिन का तापमान 45.5 डिग्री रहा। हालांकि कृषि विवि के केंद्र पर अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री मापा गया।

प्रदेश में सबसे गर्म 46.9 डिग्री बाड़मेर का तापमान रहा। मौसम विभाग के अनुसार गर्मी के ऐसे ही हालत अगले सप्ताह तक बने रहेंगे। अगर हवाओं की दिशा में बदलाव नहीं आया तो 5 जून तक प्रदेश प्रचंड गर्मी में झुलसेगा। मौसम विभाग की मानें तो एक सप्ताह तक एंटी साइक्लोन के कारण गर्मी अपना असर दिखाएगी। 23 और 24 को तो गर्मी के हालात इससे भी ज्यादा खराब होंगे। इन दो दिनों में बीकानेर का तापमान 47 और 48 डिग्री के करीब पहुंचेगा। शनिवार को सुबह से ही सूर्यदेव की भृकुटी तन गई। सुबह सात बजे से ही धूप ने उग्र रूप धारण कर लिया। हालात यह थे कि सुबह 10 बजे के बाद एक पल भी धूप में खड़े रहना मुश्किल हो रहा था।

चिकित्सकों के अनुसार इन दिनों 45 डिग्री तापमान होने से पूरे प्रदेश में हीट वेव चल रही है। लोगों को इस मौसम में गर्मी से बचाव के उपाय करने चाहिए, खासकर बच्चों, बुजुर्गो और गर्भवती महिलाओं को इससे बचकर रहना चाहिए। गर्मी से बचाव के लिए जरूरी है कि काम होने पर ही घर से बाहर निकलें। सुबह 10 बजे के बाद और शाम 5 बजे से पहले घर से बाहर न निकलें। इससे गर्मी से बचाव किया जा सकता है। गर्मी के कारण अनेक प्रकार की बीमारियां या अन्य मिलते-जुलते लक्षण आ सकते हैं। इनमें सिर दर्द, पूरा शरीर दर्द करना, उल्टी आना, कम मात्रा में पेशाब आना और शरीर के अंदर बैचेनी महसूस होना आदि शामिल हैं। गर्मी लगने पर शरीर एकदम तपने लग जाएगा। जितना तापमान बाहर है उतना ही तापमान शरीर का रहने लग जाता है। यह लक्षण लू लगने के हैं। इससे बचाव के लिए जरूरत होने पर ही बाहर निकलें। घर से बाहर जाएं तो धूप से बचाव के लिए छाते का प्रयोग करें। गमछे से सिर को ढककर रखें। सूती कपड़े पहनें। लंबी बाहों के शर्ट पहनें ताकि शरीर पर धूप का असर कम हो। इसी प्रकार बार-बार पानी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करें। नींबू पानी, नारियल पानी, फ्रूट ज्यूस का सेवन करें। अधिकाधिक पेय पदार्थों का सेवन करें। मार्केट में मिलने वाले पैक कोल्ड ड्रिंक की बजाए ताजा पानी और फ्रूट ज्यूस, नींबू पानी का ज्यादा इस्तेमाल करें।

गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की अधिक आवश्यकता होती है। इससे लू लगने का असर कम होता है। उन्होंने बताया कि अगर लू लगने के लक्षण नजर आते हैं तो घर में आराम करें। जी मिचलाने व उल्टी आने पर नजदीक के स्वास्थ्य कर्मी से सम्पर्क कर इलाज शुरू करवाएं। इसमें ग्लूकोज चढ़ाया जा सकता है। बुखार उतारने की दवाई दी जा सकती है। हीट स्ट्रोक यानि ज्यादा बुखार होने की स्थिति में सिर पर बर्फ या ठंडे पानी की पट्टी की जा सकती है।

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