
अब उन चिकित्सकों की खैर नहीं, जो एनपीए लेकर घरों पर देख रहे मरीज, देखें क्या बोले चिकित्सा मंत्री






खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर शहर कार्यरत ऐसे कई डॉक्टर्स है जो एनपीए ले रहे है और अपनी निजी सेवाएं भी दे रहे हैं। डॉक्टर्स के काले कारनामे से न केवल सरकार को चपत लग रही है बल्कि आमजन की परेशानी भी बढ़ रही है। दरअसल, सरकारी अस्पतालों में कार्यरत ऐसे कई डॉक्टर्स हैं जो एनपीए यानि नॉन प्रैक्टिस अलाउंस ले रहे हैं और निजी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे है। कई डॉक्टर्स तो ऐसे भी हैं जो अपने क्लिनिक खोलकर रखे हैं। खुलासा न्यूज को सूत्रों से ऐसे कई डॉक्टर्स के नाम सामने आए है, जिनका खुलासा भी जल्द किया जाएगा। बता दें कि इस प्रकार के कृत्य को अंजाम देने वाले चिकित्सकों के खिलाफ इस बार सरकार भी सख्ती अपनाए हुए है। हाल ही में निदेशालय ने एनपीए लेने वाले चिकित्सकों को रेंडम जांच के निर्देश दिए है। ऐसे में एनपीए लेने के बाद भी निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर्स पर कार्रवाई की जाएगी। सरकार चिकित्सकों को बेसिक सैलेरी की बीस प्रतिशत एनपीए के देती है। ऐसे डॉक्टर निजी परामर्श के दौरान मरीजों से फीस नहीं वसूल सकते। इमरजेंसी में मरीज का इलाज करना पड़े तो परामर्श पर्ची पर निशुल्क परामर्श की सील जरूरी है। लेकिन कई सरकारी डॉक्टर्स इस नियमोंं की पालना नहीं कर रहे। पता चला है कि कई डॉक्टर्स है जो एनपीए भी ले रहे हैं और निजी प्रैक्टिस करते हुए मरीजों से मोटी फीस वसूल रहे है। केवल फीस ही नहीं बल्कि जांच सहित दवाओं में मोटा कमीशन वसूल रहे हैं। वहीं, शनिवार को बीकानेर पहुंचे चिकित्सका मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने एनपीए को लेकर खुलासा से बातचीत करते हुए कहा कि जल्द ही इस पर आमजन के हित में फैसला लिया जाएगा। जिसमें राय सभी वर्गों से ली जाएगी।

