
आपका सोना खरा या खोटा, ऐसे करें पहचान






आपका सोना खरा या खोटा, ऐसे करें पहचान
खुलासा की खास खबर@ बीकानेर। ग्राहकों को ठगी से बचाने के लिए सरकार ने अब सोने के आभूषणों पर हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है। लेकिन,अब भी बिना हॉलमार्किंग लगाकर सोने के गहने बेच रहे हैं। इसलिए अगर आप भी गहने खरीदें तो पहले चैक करें। इसके अलावा हॉलमार्क पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। इस बात की जांच अवश्य कर लें कि हॉलमार्क असली है या नकली। हॉलमार्किंग सोने की शुद्धता की गारंटी होती है। हॉलमार्क हर आभूषण पर लगने वाला एक निशान होता है। इसमें भारतीय मानक ब्यूरों का लोगो, उसकी शुद्धता दी होती है। इसके साथ ही टेस्टिंग सेंटर आदि की भी जानकारी हॉलमार्किंग में मिलती है। किसी आभूषण में सोने की मात्रा अलग-अलग होती है, जो उसकी शुद्धता यानी कैरेट के आधार पर तय होती है। कई बार ज्वैलर्स कम कैरेट के आभूषणों पर ऊंची कैरेट की कीमतें वसूलते हैं। इसी को खत्म करने के लिये हॉलमार्किग को अनिवार्य किया गया है।
खरीदार हॉलमार्किंग का केवल चिह्न देखकर खरीदारी कर लेते हैं। आभूषणों पर बना हुआ चिह्न असली है या नकली इसकी पहचान खरीदारी के समय नहीं करते। इसका लाभ नकली हॉलमार्किंग आभूषण बेचने वाले कारोबारी उठाते हैं। नकली हॉलमार्किंग का खुलासा अक्सर बेचने के समय होता है। इसको लेकर खुलासा की टीम ने शहर के अलग-अलग लोगो से बात कर इसके बारें जानकारी जुटाई। इसमें देखने को मिला की कई ऐसे शोरूम है जो बिना रजिस्ट्रेशन के ही सोना बेच रहे है। सबसे ख़ास बात तो यह है की इनके सोने में हॉलमार्क तो लगा है लेकिन पूरा नहीं है। हॉलमार्क में पांच चिन्ह होते है। लेकिन दुकानदार मैकिंग चार्ज कम करने की बात को लेकर ज्वेलरी पर तीन या चार ही चिन्ह लगवाते है। जबकि नियम यह कहता है की इसके लिए पांच चिन्ह आवश्यक है। मजे की बात तो यह है की इनके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाही भी नहीं होती है। इसमें शहर के फड़बाजार, कई मोहल्ले, ग्रामीण क्षेत्रों में कई दुकाने ऐसी जहां पर इस तरह के सोने की बिक्री हो रही है।
यह पांच चिन्ह देखकर ही खरीदे
अगर आप भी किसी शोरूम से ज्वेलरी खरीदने की सोच रहे है तो उसमें हॉलमार्क के पांच चिन्ह अवश्य देखे। इनमे सबसे पहले एक नंबर ट्राइंगल लोगो देखें। इसके बाद दो नंबर उसमें 22 के लिखा होगा। तीन नंबर 916 लिखा होगा। चार नंबर हॉलमार्क सेंटर का कोड मतलब यह मार्किंग किस सेंटर से हुई है। पांच नंबर हॉलमार्क पर फर्म का नाम भी होगा। यह सब देखने के बाद ही सोने के आभूषणों की खरीदारी करें। आइल अलावा 6 डिजिट कोड की एचयुआईडी भी लगी होगी।


