
पांच साल तक महपौर सक्रीय नहीं, कहीं मंत्रीजी को न हो जाए नुकसान






-कुशाल सिंह मेड़तिया की रिपोर्ट
बीकानेर। लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सक्रिय नजर आ रही है। कांग्रेस ने तो बीते माह बीकानेर में दो बड़े आयोजन कर चुनाव में अपनी सक्रियता दिखा दी है। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने भी शुक्रवार को लोकसभा कार्यलय का उद्घाटन कर चुनाव का बिगुल बजा दिया है। इन सब चीजों के बीच अब कहीं न कहीं बीकानेर लोकसभा सीट को लेकर अर्जुनराम मेघवाल का नाम लगभग तय ही माना जा रहा है वहीं कांग्रेस गोविंदराम मेघवाल, मदन मेघवाल, सरिता चौहान सहित अन्य नामों पर लगातार मंथन कर रही है। इसके साथ ही विकास कार्यों की सूची तैयार होनी शुरू कर दी गई है। एक तरफ जहां मंत्री मेघवाल अपने विकास कार्यों को लोगों के सामने रख रहे है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस कुछ काम न होने की बात कर रही है। इन सब के बीच इस बार चुनाव में कहीं न कहीं इस स्थानीय स्तर काम नहीं होने का मुद्दा सामने आ सकता है। क्योंकि पिछले पांच साल से शहर की सरकार की मुखिया बिलकुल भी सक्रीय नजर नहीं आई। जबकि मंत्रीजी के हर कार्यक्रम में महापौर नजर आती है। लेकिन इसके बाद भी शहर में विकास कार्य उस स्तर पर हो ही नहीं सके, जितना शहर को उम्मीद थी। हालात तो यह है की जुलाई 2023 में बीकानेर में आयोजित हुए प्रधानमंत्री के रोड शो के दौरान बेरिकेड्स लगाने के लिए गड्ढे खोदे गए थे। वो करीब 6 महीने बाद भी सही नहीं हो सके। इतना ही नहीं सफाई की व्यवस्था भी किसी से छुपी हुई नहीं है। आयुक्त के साथ झगड़ा खुल कर सामना आया। इस वजह से भी काम बिलकुल भी नहीं हुए। दावे तो बड़े-बड़े किए जाते है लेकिन हकीकत यह कहीं नजर ही नहीं आते है। ऐसे में लोकसभा चुनाव के दौरान स्थानीय स्तर पर काम न होना कहीं न कही भाजपा के लिए परेशानी बन सकते है।


