
रेलवे ने आसान किया सफर, लंबी दूरी की ये ट्रेनें अब इन छोटे स्टेशनों पर भी करेगी ठहराव, देखें सूची







देशभर में चुनावी माहौल है. मतदान और आचार संहिता लगने से पहले सासंद अपने अपने क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. आचार संहिता लगने से पहले सभी सांसद चाहते हैं कि चुनावों के समय किए गए वायदों को जल्द से जल्द पूरा कर दें. इन्हीं वादों में से एक वादा रेलवे से जुड़ा था. रेलों का छोटे स्टेशनों पर ठहराव और नई ट्रेनों के संचालन का. रेलवे भी सांसदों के इस काम में सहयोग कर रहा है लेकिन सिर्फ नाम के लिए.
राजस्थान के सभी सांसद उत्तर पश्चिम रेलवे से सिफारिश कर रहे हैं कि उनके क्षेत्रों में लंबी दूरी की रेलों को ठहराव दिया जाए. इससे जनता को बड़े शहरों की तरफ नहीं जाना पड़ेगा. उनके अपने कस्बों के छोटे रेलवे स्टेशन से भी उन्हे लंबी दूरी की रेलें मिल जाएंगी. रेलवे इन सिफारिशों को लागू तो कर रहा है लेकिन ध्यान से देखने पर पता चलता है कि मांग करने पर सभी छोटे स्टेशनों पर रेलों को 1 या 2 मिनिट का ठहराव दिया जा रहा है. वह भी अस्थाई तौर पर. हाल ही में तीन ट्रेनों को तो सिर्फ 2 ही दिनों के लिए 1-1 मिनिट का ठहराव दिया गया है. यह ठहराव पिलखनी में होने वाले राधा स्वामी सत्संग कार्यक्रम के लिए दिया गया है.
– जम्मूतवी-बाड़मेर 1 मिनट के लिए सिर्फ 2 दिन यानि 8 से 10 मार्च तक सरसावा रूकेगी.
– श्रीगंगानगर-ऋषिकेश 1 मिनट के लिए सिर्फ 2 दिन यानि 8 से 10 मार्च तक सरसावा रूकेगी.
– बीकानेर-हरिद्वार 1 मिनट के लिए सिर्फ 2 दिन यानि 8 से 10 मार्च तक सरसावा रूकेगी.
– वहीं रोहतक-हांसी रेल को शहीद रामफल बल्हारा हॉल्ट, खरखरा हॉल्ट और भहालवा हॉल्ट स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है.
– खाटूश्यामजी मेले के लिए रेवाड़ी-रींगस स्पेशल रेल का संचालन सिर्फ मेले तक रहेगा.
– अबोहर- जोधपुर-बठिण्डा रेल का जाजीवाल और उम्मेद पर अस्थायी ठहराव होगा.
– जोधपुर-भोपाल रेल का असारानाडा और खारिया खंगार स्टेशनों पर ठहराव होगा.
– सियालदाह-बीकानेर एक्सप्रेस का कोडरमा स्टेशन पर ठहराव होगा.
ये उन ट्र्रेनों और छोटे रेलवे स्टेशनों की सूची है जिन्हें हाल ही में ठहराव दिया गया है. ये सभी ट्रेनें अस्थाई तौर पर ठहराव करेंगी. यानि चुनावों तक ठहराव दिया जाएगा. चुनावों के बाद सभी ट्रेनों का ठहराव खत्म हो जाएगा और फिर से छोटे रेलवे स्टेशन वालों को ट्रेन पकड़ने के लिए बड़े शहरों की तरफ रूख करना पड़ेगा. बहरहाल आचार संहिता लगने से पहले कुछ और रेलों के ठहराव की घोषणा हो सकती लेकिन सभी अस्थाई तौर पर होंगी. उसके बाद वही ढाक के तीन पात होंगे.


