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गहलोत सरकार में मिले मोबाइल ने ली 9 क्लास में पढ़ने वाली 15 वर्षीय बच्ची की जान

गहलोत सरकार में मिले मोबाइल ने ली 9 क्लास में पढ़ने वाली 15 वर्षीय बच्ची की जान

अजमेर। पढ़ाई नहीं करने पर पिता ने मोबाइल छीन लिया तो बेटी ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वह 9th क्लास की स्टूडेंट थी। हादसा अजमेर के सिविल लाइंस इलाके में सोमवार सुबह करीब 10 बजे का है।सिविल लाइंस थाना इलाके में घुघरा की रहने वाली भूमिका (15) पुत्री मनीष मिश्रा अपने घर में फंदे पर लटकी मिली। सबसे पहले बड़ी बहन विशाखा ने भूमिका को फंदे से लटके देखा और मां को बताया। परिजन फंदे से उतार कर भूमिका को जेएलएन हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शव को मॉर्च्युरी में रखवाकर पुलिस को सूचना दी गई। ASI रणजीत सिंह ने बताया- भूमिका के पिता मनीष मिश्रा पुष्कर काम पर गए थे। बड़ी बेटी और परिवार के अन्य सदस्यों से मामले की जानकारी मिली। सुसाइड के कारणों को लेकर जांच की जा रही है। भूमिका के पिता मनीष हलवाई हैं। उन्होंने बताया- मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने पर आज सुबह भूमिका को डांट लगाई थी। पढ़ाई में ध्यान नहीं देने के कारण उससे मोबाइल छीन लिया था। इसके बाद मैं अपने काम पर चला गया। मोबाइल छीन लेने से दुखी होकर भूमिका ने सुसाइड कर लिया। पिता ने बताया कि बेटी को करीब 7 महीने पहले ही तत्कालीन गहलोत सरकार की ओर से चलाई जा रही फ्री मोबाइल स्कीम के तहत मोबाइल मिला था। अस्पताल में डॉक्टर के भूमिका को मृत घोषित करते ही उसकी बड़ी बहन विशाखा बेसुध हो गई। वह बोली कि भूमिका 6 दिन से स्कूल नहीं जा रही थी। आज जब स्कूल जाना था, तब पिता ने उसका मोबाइल छीन लिया और डांटा भी था। इसके बाद वह ऊपर वाले कमरे में चली गई और खुद को बंद कर लिया। उसे दरवाजा खोलने के लिए कहा, लेकिन नहीं खोला। पड़ोसियों की मदद से गेट को तोड़ा तो वह पंखे से चुन्नी के फंदे पर लटकी थी। विशाखा ने बताया कि उससे पहले भी पिता ने मोबाइल छीन लिया था, लेकिन इस तरह का कोई कदम नहीं उठाया था।

 

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