
पुष्करणा ओलम्पिक सावे में अनुदान राशि बढ़ाने को लेकर व्यास मिले उपमुख्यमंत्री से, जोशी के पत्र पर सरकार ने विभाग को भेजा पत्र





बीकानेर। आगामी 18 फरवरी को शहर में होने वाले पुष्करणा ओलम्पिक सावे में सैकड़ों जोड़े वर-वधु के रुप में फेर लेते है। सरकार ने कुछ साल पहले पुरे परकोटे को एकल छत्त मानते हुए इस सावे में होने वाली शादियों में अनुदान राशि देती है। लेकिन वो राशि आज के समय में बहुत कम है इसको लेकर राष्ट्रीय पुष्करणा यूथ सामाजिक संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप जोशी ने मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखा जिसमें सरकार से निवेदन किया कि अनुदान राशि को बढाकर 51000 हजार रुपये किया जाये। अतिरिक्त निदेशक सा सू जयपुर ने 22 जनवरी को एक पत्र महिला अधिकारिता विभाग को भेजा और कहा कि यूथ सामाजिक संस्थान ने जो पत्र दिया है उसमें वर वधु को अनुदान राशि को बढ़ाकर 51000 हजार करने का लिखा है। प्रकरण आपके विभाग से संबंधित के कारण मूल ही संलग्न कर आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित है। वहीं विधानसभा क्षेत्र विधायक जेठानंद व्यास ने शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी से मुलाकात करते हुए 18 फरवरी को होने वाले पुष्करणा ब्राह्मण समाज के ओलंपिक सावे में दुल्हन को मिलने वाले अनुदान के लिए आवेदन तिथि बढ़ाने, आवेदन की प्रक्रिया को ऑफलाइन करने के साथ अनुदान राशि 25 हजार से बढक़र पचास हजार रुपए करने की मांग की। सावा आयोजन समिति के सचिव वीरेंद्र किराडू ने बताया कि विधायक व्यास ने उप मुख्यमंत्री को पुष्करणा ब्राह्मण समाज के ओलंपिक सावे के ऐतिहासिक परिपेक्ष्य के बारे में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि ओलंपिक सावे का आयोजन प्रत्येक 2 वर्ष से परंपरागत रूप से होता है। इस दौरान शहरी क्षेत्र के सैंकड़ों युवा परिणय सूत्र में बंधते हैं। राज्य सरकार द्वारा ओलंपिक सावे वाले दिन शहर को समूचे शहर को परकोटा मानते हुए इस दिन परिणय सूत्र में बंधने वाले जोड़ों को अनुदान दिया जाता है। यह अनुदान पुष्करणा ब्राह्मणों के अलावा इस दिन परिणय सूत्र में बंधने वाले प्रत्येक जोड़े को दी जाती है। अनुदान की आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है, लेकिन परिणय सूत्र में बनने वाले वर-वधू के दस्तावेज ऑनलाइन अपडेट नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में आवेदक ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाए हैं।
इसके मध्यनजर विधायक व्यास ने उप मुख्यमंत्री से आवेदन अनुदान के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने इसे ऑफलाइन कर ले के साथ-साथ अनुदान राशि को 25 से बढक़र 50 हजार रूपये करने की मांग रखी। इस दौरान सावा आयोजन समिति के संयोजक जेपी व्यास, संरक्षक प्रेम कुमार व्यास साथ रहे।


