
पेड़ों पर नहीं, टावर और बिजली के खंभों पर ये पक्षी बनाते हैं अपना आशियाना, जानें क्या है कारण






आमतौर पर पक्षी अपना आशियाना यानी घोंसला पेड़ो पर बनाता है. लेकिन एक ऐसा पक्षी भी है, जो अपना घोंसला पेड़ों पर नहीं, बल्कि बड़े-बड़े टावर और बिजली के खंभों पर बनाता है. सुनने में भले ही अजीब लगेगा, लेकिन यह सच है. बीकानेर में काले आईबीज पक्षी, बीकानेर के जयपुर और जोधपुर हाईवे के बड़े-बड़े टावर और बिजली के खंभों पर अपने घर बना रहे हैं. इन हाईवे पर हर दूसरे और तीसरे टावर और खंभो पर उनका घर देखने को मिल रहा है.
एक तरफ बिजली के टावर कई पक्षियों की मौत का कारण बन रहे हैं, वहीं काले आइबिस के लिए यह टावर वरदान साबित हो रहा है. इन टावरों के करीब 50 से 60 फीट की ऊँचाई पर यह पक्षी घोंसला बनाते हैं. इनके घोंसले बीकानेर जोधपुर-जयपुर बाईपास से लेकर सेरूणा तक काफी संख्या में दिखाई देते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि पेड़ के कटाव व आवास समाप्त होने के कारण यह टावरों पर घोंसला बना रहे हैं. यह काले आइबिस एक कॉलोनी में रहते है.
इसलिए टावर और खम्भों पर बना रहे घोंसलें
पक्षी विशेषज्ञ डॉ. दाऊलाल बोहरा ने बताया कि बीकानेर में इस प्रजाति का प्रजनन प्राकृतिक रूप से हो रहा है. काले आईबीज को आईयूसीएन की रेड लिस्ट में रखा गया है. यह प्रजाति जहां पानी ज्यादा होता है, उसके आस-पास अपने घोंसले बनाते हैं. वैसे तो यह प्रजाति ऊंचे पेड़ों पर अपना घोंसला बनाते हैं, लेकिन यहां रोजाना बड़े-बड़े पेड़ काटे जा रहे है और अब गिनती के बड़े पेड़ रह गए है. ऐसे में यह पक्षी बड़े-बड़े टावर और बिजली के खंभों पर अपना घोंसला बना रहे हैं. यह पक्षी एक बार में दो से तीन अंडे देते हैं. ऐसे में अब इस पक्षी का प्रजनन सफलतापूर्वक बढ़ता जा रहा है.


