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शहर की टूटी सडक़ें व खड्डें बन रहे है आमजन के मौत के कारण, देखे वीडियों

आखिर अधिकारी शहर के अंदर कब जाकर समस्यों से होंगे रुबरु

बीकानेर (शिव भादाणी) नगर निगम की बड़ी लापरवाही के कारण कई युवकों ने अपनी जान दे चुके कुछ अस्पताल में जिंदगी ओर मौत से जुझ रहे है लेकिन निगम को इसकी कोई परवाह नहीं है अधिकारी व मेयर अपने ऑफिस में बैठकर समय पूरा करता है लेकिन शहर की अंदर कभी अधिकारियों ने निरीक्षण नहीं किया जिससे उनको हकीकत सामने नहीं आ रहे है इसके कारण आये दिन वाहन चालक शहर की सडक़ों पर फिसल कर घायल होते है।इन इलाकों में सबसे ज्यादा नाले टूटे हुए व खड्डे बने है मोहता सराय जहां पूरा नाला टूटे करीब दो महीन हो रहे है लेकिन अधिकारियों ने अभी तक उसको ठीक नहीं करवाया है जिससे कभी बड़ा हादसा हो सकता है जबकि सफाई कर्मचारी रोज आते है उन्होने भी नगर निगम में कोई सूचना नहीं दी कि उनके क्षेत्र में बड़ा नाला टूटा हुआ है जिससे कभी बड़ा गिर सकता है रात के समय अंधेरा होने के कारण हादसा कभी भी हो सकता है। इसी तरह हरलोई हनुमान मंदिर के पास बड़े बडे खड्डे है जहां कई बार हादसे हो चुके है। मजे की बात है विधायक जेठानंद व्यास के घर के आगे पूरी सडक़ टूटी हुई और चेंबर खुले हुए है लेकिन उसको भी आज तक ठीक नहीं करवाये है। इसी तरह नत्थुसर गेट, भैरुव भवन के पीछे गलियां पूरी तरह से टूटी हुई पड़ी है। लक्ष्मीनाथ मंदिर घाटी जलदाय विभाग आये दिन पाईप लाइन टूटने पर सडक़ तुरंत खोद डालते है लेकिन उसको पूरी तरह सही नहीं करते है जिससे हादसे होते है। इस तरह से मोहता चौक, बागड़ी मोहल्ला, बड़ा बाजार, जस्सूसर गेट, बेसिक पीजी कॉलेज के पास, बीके स्कूल, करमीसर रोड सहित कई ऐसे इलाके है जहां पर सडक़ें व खड्डे बने हुए है। लेकिन मजे की बात ये खड्डे व टूटी सडक़े अधिकारियों को नहीं दिखता है सिर्फ आमजन को ही नजर आता है। सबसे बडी बात है कचहरी परिसर में कई चेंबर व नाले खुले पड़ें है कई बार अधिवक्ता उसमें गिरते गिरते बचे है जबकि कचहरी परिसर में अधिकारी व जजों का आना जाना है फिर भी निगम उनको भी ठीक नहीं करवा रहा है।
खुलासा न्यूज ने जाना शहर की टूटी सडक़ों व खड्डों की हकीकत
खुलासा न्यूज के कैमरा मैन राजेश छंगाणी ने शहर के कई ऐसे इलाको में जाकर टूटी सडक़ों व खड्डों के वीडियों बनाकर अधिकारियों को हकीकत से रुबरु करवाने की कोशिश की।

शहर में बने है गायों का बाड़ा
सरकारी नियमों के अनुसार नगर निगम बन जाने के बाद शहरी क्षेत्र में गायों की दूध की डेयरी नहीं हो सकती और शहर के अंदरगाय नहीं रहती है लेकिन बीकानेर शहर को देखकर ऐसा कभी नहीं लगता कि यह आज भी नगर निगम बन गया है क्योकि पूरेशहर कई ऐसे इलाके है जहां पर गायों की दूध की डेयरी चल रही है कई बार जिला प्रशासन ने उन पर जुर्माना लगाया लेकिनराजनेताओं ने वोट बैक के पीछे इन पर कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हुई है।
इन इलाकों में है दूध की डेयरी
नत्थुसर गेट के पास, गुर्जरों के मोहल्ले, भैरुव भवन के पीछे, जस्सूसर गेट, छबीली घाटी, मोहता सराय, गोपेश्वर बस्ती सहित कईऐसे इलाके है जहां पर दूध की डेयरी होने के कारण गायों का गोबर शहर की सडक़ों पर फैला देते है और नालों में डालते है जिससेनालें भर जाते है और गोबर सडक़ पर फैंक देते है जिससे वाहन सिल्प हो जाते है और वाहन गिर कर घायल हो जाते है।

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