मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़ शिवसेना में शामिल, एकनाथ शिंदे ने सदस्यता दिलाई; जयराम रमेश बोले- इस्तीफे की टाइमिंग मोदी ने तय की

मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़ शिवसेना में शामिल, एकनाथ शिंदे ने सदस्यता दिलाई; जयराम रमेश बोले- इस्तीफे की टाइमिंग मोदी ने तय की

राहुल गांधी की न्याय यात्रा से पहले रविवार 14 जनवरी को मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना (शिंदे गुट) जॉइन कर ली। मिलिंद, दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं। मिलिंद ने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पर दी थी।

उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- आज मेरे राजनीतिक सफर का एक महत्वपूर्ण अध्याय खत्म हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया। शनिवार को जब मिलिंद के पार्टी छोड़ने की खबर मीडिया में आई तो उन्होंने कहा था कि वे ऐसा कुछ नहीं कर रहे।

मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि इस्तीफे की टाइमिंग पीएम मोदी ने तय की है। उनके पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेता थे। उनकी दोस्ती सभी पार्टियों से थी, लेकिन वे कांग्रेस के अटल और दृढ़ नेता थे।

मिलिंद देवड़ा ने रविवार को सोशल मीडिया पर कांग्रेस छोड़ने की जानकारी दी।
मिलिंद देवड़ा ने रविवार को सोशल मीडिया पर कांग्रेस छोड़ने की जानकारी दी।

इस्तीफे के बाद सिद्धिविनायक में दर्शन करने पहुंचे मिलिंद
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मिलिंद सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की प्रतिमा पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने मीडिया को बताया कि वे आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस से जुड़ी कोई जानकारी अभी सामने नहीं आई है।

कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मिलिंद ने अपनी पत्नी पूजा शेट्टी के साथ सिद्धिविनायक में पूजा-अर्चना की।
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मिलिंद ने अपनी पत्नी पूजा शेट्टी के साथ सिद्धिविनायक में पूजा-अर्चना की।

देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने की 3 वजहें

  1. मिलिंद देवड़ा महाराष्ट्र कांग्रेस के सीनियर लीडर रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं। मुरली देवड़ा केंद्र सरकार में मंत्री रहे थे। मुंबई दक्षिण सीट से हमेशा से ही कांग्रेस जीतती आई है और देवड़ा परिवार कई साल से इस संसदीय क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। लेकिन इस सीट से सांसद उद्धव गुट के नेता अरविंद सावंत हैं। सावंत इस सीट से दो बार चुने जा चुके हैं।
  2. लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा हो रही है। इस गठबंधन में उद्धव गुट की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल है। उनके नेता अरविंद सावंत दो बार इस सीट को जीत चुके हैं। ऐसे में उद्धव कांग्रेस को ये सीट नहीं देना चाह रहे थे। रणनीतिकारों का मानना है कि गठबंधन की वजह से मिलिंद देवड़ा को कांग्रेस से टिकट नहीं मिलेगा।
  3. शुक्रवार 12 जनवरी को गरवारे क्लब और मुंबई कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठकें हुईं थीं। देवड़ा ने इन दोनों मीटिंग में नहीं गए थे। पार्टी के कई नेताओं ने उनसे संपर्क कर बैठक में शामिल होने को कहा, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। तब से ही अटकलें थीं कि वे कांग्रेस छोड़ सकते हैं।

जयराम रमेश बोले- राहुल गांधी से बात करना चाहते थे मिलिंद
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया- देवड़ा ने शुक्रवार को मुझसे फोन पर बात की थी और अनुरोध किया था कि वह दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) के दावे पर राहुल गांधी से बात करना चाहते हैं। मिलिंद देवड़ा और उनके पिता मुरली देवड़ा दोनों मुंबई दक्षिण से सांसद रह चुके हैं।

मिलिंद देवड़ा ने मुझे शुक्रवार सुबह 8:52 बजे मैसेज किया और फिर दोपहर 2:47 बजे मैंने जवाब दिया- क्या आप स्विच करने की योजना बना रहे हैं? 2:48 बजे उनका मैसेज आया- क्या आपसे बात करना संभव नहीं है? मैंने कहा कि मैं आपको फोन करूंगा और 3:40 पर मैंने उनसे बात की।

रमेश ने आरोप लगाया कि जाहिर तौर पर यह सब एक दिखावा था और उन्होंने जाने का मन बना लिया था। उनके जाने की घोषणा का समय स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित किया गया था। रमेश ने ये भी कहा- कौन मिलिंद…मैं उनके पिता मुरली देवड़ा को जानता था।

 

Join Whatsapp 26