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हावड़ा-बीकानेर ट्रेन में लावारिश हालत में मिले दो नाबालिग

खुलासा न्यूज नेटवर्क। खेलने के बहाने घर से निकले दो नाबालिग चचेरे भाई हावड़ा-बीकानेर ट्रेन के अंदर टीटी को लावारिस हालत में बिना टिकट मिले। दोनों नाबालिग को टीटी ने चूरू आरपीएफ इंचार्ज राजेश कुमार को सौंप दिया। आरपीएफ ने दोनों नाबालिगों को 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंप दिया। चाइल्प हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक पन्ने सिंह के अनुसार, दोनों नाबालिग से टीम की काउंसलर वर्षा कंवर ने काउंसलिंग की। जिसमें सामने आया कि वह दोनों यूपी के बदायू जिले के रहने वाले हैं। 25 दिसम्बर की शाम करीब पांच बजे घर पर बिना बताए खेलने के लिए निकले थे। तभी रास्ते में किसी अंजान व्यक्ति ने उनके मुंह पर रूमाल रखकर गाड़ी में बैठाकर ले गया। दोनों नाबालिग को अंजान व्यक्ति बिसोल जिले में छोड़ गया। वहां से दोनों बेहोशी की हालत में दिल्ली वाली ट्रेन में बैठ गए। दिल्ली आकर बेहोशी की हालत में वह अपने जिले की ट्रेन के भरोसे हावड़ा बीकानेर ट्रेन में बैठ गए। ट्रेन के अंदर टिकट जांचने के लिए टीटी आया। तब दोनों बिना टिकट लावारिस हालत में मिले। जहां से टीटी ने मंगलवार शाम करीब पांच बजे चूरू आरपीएफ इंचार्ज राजेश कुमार को सौंप दिया। इंचार्ज राजेश कुमार ने दोनों नाबालिग को चाय और नाश्ता करवाया। इसके बाद 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंप दिया। चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक पन्ने सिंह के अनुसार दोनों नाबालिग को बुधवार दोपहर बाल कल्याण समिति में पेश किया गया, जहां से दोनों को बाल सम्प्रेषण गृह भेजा गया है। उन्होंने बताया कि दोनों नाबालिग के परिजनों को सूचना दे दी गई है। जो जल्दी ही चूरू आ जाएंगे।

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