
युवक की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग, पुलिस पर लगाया मुल्जिमों की मदद करने का आरोप







बीकानेर। युवक की हत्या के मामले में मुल्जिमों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर परिजनों ने बुधवार को एसपी कार्यालय के सामने विरोध-प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। घटना जसरासर थाना क्षेत्र के बेरासर गांव की है। जहां मतदान के दिन 25 नवंबर को महेन्द्र सारण के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। इस मारपीट में घायल हुए महेन्द्र सारण की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। जिसके बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया। अब परिजनों का आरोप है कि घटना वक्त हमने मोर्चरी के बाहर धरना दिया, उस दौरान पुलिस ने प्रशासन ने यह आश्वासन देते हुए धरना समाप्त करवाया कि जल्दी ही सभी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर लेगी और पुलिस प्रशासन आपकी पूरी मदद करेगा। इस आश्वासन के बाद हमने धरना समाप्त क दिया और शव का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन आज भी कुछ मुल्जिम बाहर घूम रहे है जो आये दिन हमें धमकियां देते है कि हम तो ऐसे ही मरे हुए है एक-दो को और मारकर जेल जाएंगे। परिजनों ने बताया कि इस मामले में बाहर घूम रहे मुल्जिमों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा। जबकि एक मुल्जिम का बकायादा वीडियो फुटैज, कॉल डिटेल निकलवाकर पुलिस को दे दी। फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही।
परिजनों ने बताया कि इस संबंध में वे रोज आईजी, एसपी व अनुसंधान अधिकारी एडीशनल एसपी शहर दीपक शर्मा को मिलकर कार्रवाई की मांग कर रहे, परंतु पुलिस की ओर से केवल और केवल आश्वासन दिया जा रहा है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि जब आरोपियों को पकडऩे के लिए यहां से पुलिस टीम जाती है तो जसरासर थानाधिकारी मुल्जिमों को पहले ही मैसेज कर देता है कि फरार हो जाओ, पुलिस की टीम गिरफ्तार करने आ रही है। ऐसे में आरोपी पुलिस के पहुंचने से पहले ही इधर-उधर फरार हो जाते है। परिजनों का आरोप है कि जसरासर थानाधिकारी मुल्जिमों की पूरी मदद रहा है, क्योंकि इनका मुल्जिमों के साथ अवैध धंधा चल रहा है। परिजनों की मांग है कि पुलिस के उच्चाधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेकन मुल्जिमों को गिरफ्तार करें तथा मुल्जिमों की मदद करने वाले थानाधिकारी व अन्य स्टाफ को निलंबित करें। अन्यथा वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे।


