
आज की रात सबसे लंबी जबकि सबसे छोटा दिन रहेगा शुक्रवार






भोपाल। खगोल विज्ञान के नजरिए से आज का दिन बेहद खास है। आज मकर रेखा से सूर्य का सामना हुआ है। शुक्रवार को सूर्य किरणें भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजकर 57 मिनट पर मकर रेखा पर लंबवत होने के बाद कर्क रेखा की ओर वापस हो रही हैं। इसका दिन और रात के समय पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। सूर्य की इस चाल के कारण एमपी सहित उत्तरी गोलाद्र्ध के शहरों में शुक्रवार का दिन सबसे छोटा होगा जबकि आज की रात सबसे लंबी रात रहेगी।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इसे विंटर सोलस्टिस कहा जाता है। यह वह समय है जब सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सबसे कम समय के लिए रहती हैं जबकि धरती पर चांद की रौशनी ज्यादा देर तक रहती है। यही वजह है कि कि यह साल का सबसे छोटे दिन होता है पर रात सबसे बड़ी होती है। विंटर सोलस्टिस की यह खगोलीय घटना 20, 21 ,22 या 23 दिसम्बर को हो सकती है, लेकिन 20 या 23 दिसम्बर को यह कम ही होती है।
दरअसल पृथ्वी के अपने अक्ष पर झुके हुए सूर्य की परिक्रमा करते रहने के कारण सूर्य किरणों का कोण किसी स्थान के लिए बदलता रहता है। उत्तरी गोलाद्र्ध में अब तक सूर्य दक्षिण दिशा में जाता महसूस हो रहा था। इस प्रकार वैज्ञानिक दृष्टि से शुक्रवार को सुबह 8 बजकर 57 मिनट के बाद सूर्य का उत्तरायण प्रारंभ हो चुका है।
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