
बडी खबर: जन्मा बच्चा मिला कोरोना पॉजिटिव, प्रशासन में मचा हडक़ंप






भरतपुर। कोरोना की आहट लोगों में फिर से डर बढ़ा रही है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडू, महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में कोविड केसेज बढ़े हैं। साथ ही दिल्ली व गोवा राज्यों में भी कोविड का नया सब वेरियेंट जेएन-1 मिला है। प्रदेश के जैसलमेर एवं जयपुर में दो-दो रोगी मिले हैं। जयपुर में मिले रोगियों में एक झुंझुनूं तथा दूसरा भरतपुर का मूल निवासी है। विशेषज्ञ इसे माइल्ड इन्फेक्शन बता रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उच्चैन के बरीगा गांव निवासी भरतपुर अस्पताल में डिलेवरी के लिए आई थी। यहां से उसे सांगानेरी गेट जयपुर के लिए रैफर किया गया था। यहां 5 दिसम्बर को महिला ने बच्चे को जन्म दिया था। बच्चे की तबियत खराब हुई तो उसे जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां बच्चे की जांच की गई तो वह पॉजिटिव निकला। बच्चे के ठीक होने के बाद सभी परिजन अपने गांव आ गए। अब चिकित्सा विभाग ने बच्चे की मां सहित आठ जनों के नमूने लिए हैं। हालांकि अभी इनकी रिपोर्ट नहीं आई है।
सर्दी के मौसम में खांसी, जुकाम, बुखार के साथ गला खराब होने की बीमारी बढ़ जाती है। अब कोरोना की एंट्री के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 एवं श्वसन रोगों से बचाव एवं नियंत्रण के लिए एडवाइजरी जारी की है। कोरोना के केस बढऩे के बाद अब चिकित्सा विभाग भी सतर्क नजर आ रह है। चिकित्सा विभाग की ओर से सभी चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा किया जा रहा है। इनमें बेड एवं ऑक्सीजन के साथ अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त होने की बात कही जा रही है।
नए वेरियंट के ये हैं मुख्य लक्षण
-नाक बंद या नाक बहना
-गले में खरास
-पेट में गड़बड़ी
-बुखार
-खांसी व सिरदर्द
उत्तरप्रदेश के बाद पहुंचा राजस्थान
कोरोना का नया वेरियंट जेएन-1 एक बार फिर लोगों को डराने लगा है। दरअसल यह संक्रमण चीन से निकल कर भारत में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा से होते हुए उत्तरप्रदेश तक पहुंच चुका है। अब राजस्थान में इसकी एंट्री हुई है। कर्नाटक, केरल में तो इसके सैकड़ों संक्रमित मिल चुके हैं। इसके चलते कई मौत भी हो चुकी है। लिहाजा इसका प्रकोप बाकी राज्यों में न फैलने पाए, इसे लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट कर दिया है। इसे देखते हुए सीएमएचओ ने भी जिले के सभी डॉक्टरों को अलर्ट कर दिया है। सर्दी-खांसी, स्वांस लेने में तकलीफ होने पर ऐसे मरीजों की कोरोना जांच कराने के लिए कहा गया है।
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पहनना होगा मास्क!
चिकित्सा विभाग ने एडवाइजरी में कहा कि आईएलआई के रोगियों जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, जुकाम व गला खराब की तकलीफ है, उन्हें दूसरे लोगों से दूरी बनानी चाहिए और मास्क का उपयोग करना चाहिए। हाथों को आवश्यकतानुसार साबुन से 20 सैकिंड तक धोने एवं सैनिटाइजर का उपयोग करने की बात कही है। साथ ही आने वाले त्योहार व नववर्ष पर कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर की पालना की जानी चाहिए।

