
नहाते वक्त महिला की मौत से घर में मचा कोहराम, गैस गीजर बन रहा काल






श्री गंगानगर। श्रीगंगानगर के गजसिंहपुर कस्बे में रविवार को स्नानघर में लगे गैस गीजर के रिसाव से एक महिला की दम घुटने से मौत हो गई। इस सीजन में गैस गीजर से यह पहली मौत है, जबकि इस साल जनवरी से अब तक छह जनों की मौत हो चुकी है।श्रीगंगानगर के गजसिंहपुर कस्बे में रविवार को स्नानघर में लगे गैस गीजर के रिसाव से एक महिला की दम घुटने से मौत हो गई। इस सीजन में गैस गीजर से यह पहली मौत है, जबकि इस साल जनवरी से अब तक छह जनों की मौत हो चुकी है।गजसिंहपुर थाना प्रभारी सुभाष बिश्नोई ने बताया कि वार्ड एक निवासी 35 वर्षीय सन्तोष देवी पत्नी हरिकिशन रविवार दोपहर करीब तीन बजे स्नान कर रही थी। स्नानघर में गैस गीजर में रिसाव होने के कारण दम घुटने से अचेत हो गई। जब काफी देर तक संतोष बाहर नहीं निकली तो उसकी ननद ने आवाज लगाई। जवाब नहीं मिला तो परिजन को बुलाकर किसी तरह बाथरूम का गेट खोला। अचेत हुई संतोष को अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। संतोष कस्बे में आशा सहयोगिन के पद पर कार्यरत थी। उसकी दो बेटियां हैं। इस घटना की सूचना मिलते ही उसके घर पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। संतोष की मौत से परिजन में कोहराम मच गया।
इसलिए घुट जाता है दम
विशेषज्ञ डॉ. पवन सैनी का कहना है कि गैस गीजर कार्बन मोनोऑक्साइड बनाता है। अगर बाथरूम में वेंटिलेशन की उचित व्यवस्था नहीं है तो नहाने वाले व्यक्ति का दम घुट सकता है। यहां तक कि उसकी मौत भी हो सकती है। दरअसल, गैस गीजर को चलाने और उससे बनने वाली कार्बन मोनो-ऑक्साइड गैस शरीर में पहुंचकर लाल रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। इससे हीमोग्लोबीन मॉलिक्यूल ब्लॉक होता है और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह आधित होता है। इससे सांस लेने में दिक्कत, घबराहट, सिर में दर्द, सोचने की क्षमता कम होने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। लोग बेहोश हो जाते हैं और ज्यादा देर तक यही स्थिति बने रहने पर मौत हो जाती है।


