
वोटिंग प्रतिशत दे रहा है यह संकेत,जाने क्या है प्रदेश का रिवाज






खुलासा न्यूज,बीकानेर। राजस्थान में 199 विधानसभा सीटों में से 117 सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में वोटिंग प्रतिशत में बड़ा इजाफा हुआ है। 82 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां पिछली बार की तुलना में कम वोटिंग हुई है। बढ़े हुए वोटिंग पैटर्न को बदलाव का प्रतीक माना जाता है। अगर पुराने ट्रेंड को आधार माना जाए तो यह सत्ता में बदलाव का संकेत माना जा सकता है।
199 विधानसभा सीटों के वोटिंग पैटर्न की साल 2018 से तुलना करने पर कई रोचक सियासी फैक्ट सामने आए हैं। जिन सीटों पर बड़े नेताओं के बीच मुकाबला है, वहां पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है। कड़े मुकाबले वाली और ध्रुवीकरण वाली विधानसभा सीटों पर वोटिंग बढ़ी है।
कड़े मुकाबले वाली तारानगर, लक्ष्मणगढ़, शिव, तिजारा, बसेड़ी, सवाई माधोपुर, हवामहल, मांडल, खंडेला जैसी अनेक सीटों पर पिछली बार से ज्यादा वोटिंग हुई है। कांग्रेस के 52 विधायकों की सीटों पर वोटिंग बढ़ी है, जबकि 46 सीटों पर घटी है। कांग्रेस के विधायकों की 55त्न सीटों पर वोटिंग बढ़ी है। जहां बीजेपी के विधायक चुनाव लड़ रहे हैं, उन 67त्न सीटों पर वोटिंग गिरी है।

