
भारत जीतेगा या आस्ट्रेलिया, जानें ज्योतिषीय गणित से क्या निकला रिजल्ट






कोटा। विश्व की निगाहें वनडे क्रिकेट वल्र्ड कप-2023 पर टिकी हुई है। भारतीय क्रिकेट टीम चौथी बार वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। वल्र्डकप व भारत के बीच आस्ट्रेलिया की टीम खड़ी है। भारत आस्ट्रेलिया के बीच रविवार को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में भिड़ंत शुरू हो गई है। मैदान में जो अच्छा करेगा, वल्र्डकप उसी टीम के हाथों मेें चमकेगा। क्रिकेट अनिश्चिंतताओं का खेल है। पिछले रेकॉर्ड मायने नहीं रखते, लेकिन ज्योतिषाचार्यों की मानें तो कांटे की टक्कर के बीच भारत की जीत की संभावनाएं ज्यादा है। मौजूदा वक्त में इंडिया पहले बल्लेबाजी कर रहा है। 29 ओवर बीत जाने पर इंडिया के 150 रन बन चुके हैं।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार भारत की स्वराशि में मंगल व कोच तथा कप्तानों की राशि, समय कुंडली में ग्रह नक्षत्रों के योग संयोग के अनुसार दो बार की विश्व विजेता 5 बार की विजेता पर भारी पड़ सकती है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास बताते हैं कि दोनों पक्षों की कुंडलियों का मिलान करें तो भारत टीम की कुंडली वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया टीम की तुलना में कहीं मजबूत है।
कप्तान की कुंडली में गजकेसरी योग
व्यास के अनुसार कप्तान रोहित शर्मा की राशि तुला है और कुंडली में गजकेसरी योग बना हुआ है। सफलता की दृष्टि से इसे अच्छा माना गया है। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की राशि कन्या है। पैट की राशि छठवीं है और कप्तान की राशि से ऑस्ट्रेलिया की राशि आठवीं है। ऐसे में षडाष्टक योग बन रहा है, जो ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए अब मुश्किलें पेश करेगा।
कोच राहुल द्रविड़ की कुंडली
11 जनवरी 1973 , रात्रि 11.50 मिनट, इंदौर, मध्यप्रदेश की है। जिसमें वर्तमान में चन्द्रमा में केतु की विंशोत्तरी दशा चल रही है। कन्या लग्न की कुंडली में सप्तम भाव में बैठे चन्द्रमा लग्न पर अपनी पूर्ण दृष्टि डाल रहे हैं। पराक्रम के तीसरे घर में बैठे वृश्चिक राशि में मंगल का भाग्य के नवम भाव में बैठे शनि से दृष्टि संबंध बन रहा है। चन्द्रमा में केतु में गुरु की वर्तमान विंशोत्तरी दशा इनके लिए शुभ है। धैर्य, सहनशीलता व प्रतिभा से इनके नेतृत्व में टीम का प्रदर्शन फाइनल मैच में भी अच्छा रहेगा। भारत की जन्म कुंडली के अनुसार, इस समय चंद्रमा की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा चल रही है, जो दिसंबर की शुरुआत तक रहेगी। वृषभ लग्न की कुंडली में गजकेसरी, बुधादित्य, मंगल आदित्य जैसे शुभ योग बन रहे हैं। वर्ष 2011 में भी कुछ इसी तरह से सितारे पक्ष में थे।
मंगल यों करेगा मंगल
रविवार दोपहर में 2 बजे से मैच शुरू होगा। 2.10 मिनट पर मीन लग्न होगा। राहु सप्तम भाव में और केतु शुक्र के साथ कन्या राशि में नीच का फल देगा। शत्रु भाव का स्वामी बुध अपने आठवें स्थान में मंगल की राशि में पीडि़त होगा, जिससे विरोधी टीम को एक साथ कई बड़े विकेट खोने पड़ सकते हैं। ग्रहों की चाल इस ओर इशारा करती है। इन स्थितियों को देखते हुए भारतीय टीम फिर से 2011 का इतिहास दोहरा सकती हैं।


