
पोषण अभियान के अन्तर्गत राष्ट्रीय पोषण मेले का आयोजन






लूणकरणसर से संवाददाता लोकेश बोहरा। पोषण अभियान को व्यापक प्रचार-प्रसार देते हुए पोषण को जन-आंदोलन बनाने एवं समुदाय की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु सभी हितग्राहियों के साथ अभिसरण करते हुए वर्ष 2018 से प्रतिवर्ष सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है इसी क्रम में इस बार केन्द्रीय कृषि विज्ञान केन्द्र के सहयोग से कार्यालय बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा पोषण मेले का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, लूनकरणसर में किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पोषण अभियान में गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओ, किशोरी बालिकाओं और 6 वर्ष तक के बच्चों में पोषण संबधी परिणामों को समग्र रूप से बेहतर बनाने का प्रयास करना था। पोषण मेले के ब्लॉक स्तर पर आयोजन में कार्यालय की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। पखवाडे में मुख्य अतिथि के रूप में नाबार्ड के डाॅ. रमेश तांबिया ने मोटे अनाज खाने के लिए प्रेरित किया अैार कहा कि ये शुरूआत अपने घर से करें इससे कई गम्भीर बिमारीयों से भी बचा जा सकेगा। बाल विकास परियोजना अधिकारी निर्मला दुबे ने मोटे अनाज के फायदे बताते हुए कहां कि इससे कई तरह के व्यजंन भी बनाए जा सकते है जो स्वादिष्ट के साथ-साथ पोष्टिक एवं रेशे युक्त भी होता है पोषण पखवाडे के दौरान मोटे अनाज से बनाये गये व्यजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसका अवलोकन कर वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डाॅ. मदन लाल रेगर एवं नाायब तहसीलदार ममता गंवा ने प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए। इस वर्ष पोषण माह की थीम ’’सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत’’ एवं गतिविधि कैलेंडर अनुसार प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र पर पोषण संबधि गतिविधियां सम्पूर्ण माह आयोजित की गई। मोटे अनाज से बने व्यजंन प्रतियोगिता में सेक्टर कालू की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं प्रथम, सेक्टर लूनकरणसर की कार्यकर्ताएं द्वितीय एवं सेक्टर महाजन की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं तृतीय स्थान पर रहीं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शारदा स्वामी, मंजू वर्मा, सावित्री सैनी, राजकुमारी और सुमन द्वारा शानदार रंगोली बनाई गई जिसके लिए सभी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन डाॅ. रिचा पंत एवं डाॅ नवल किशोर द्वारा किया गया कार्यालय बाल विकास परियोजना के सभी कार्मिक देवेन्द्र कुमार कम्बोज, आनंद सिंह कुमाणा, प्रवेन्द्र सिंह राजवी, रेखाराम और भावना गिल्होत्रा एवं महिला पर्यवेक्षक गीता देवी, मंजू चांगरा, सुलोचना कुमारी, अमृत पाल कौर, सुखवीर कौर और तारा बाला पंवार उपस्थित हुई।


