
समाज में अट्टा-सट्टा प्रथा अभिशाप बनती जा रही है, आये दिन विवाहिता लगा रही है मौत को गले






बीकानेर। क्षेत्र के गांव ऊपनी में गत 6 अगस्त को एक विवाहिता की मृत्यु पानी की डिग्गी में गिरने से होने एवं 31 अगस्त को गांव जालबसर में एक विवाहिता द्वारा अपनी दो बेटियों को जहर देकर स्वंय के जहर पीने की घटना हुई थी। खबर में ये विडम्बना सामने आ रही है कि यह दोनों घटनाएं समाज में चल रहे अट्टे-सट्टे के रिश्तों का ही दंश है। इस कुरीति के कारण आज चार घर उजडऩे की कगार पर खड़े है। ऊपनी वाले प्रकरण में मृतका के चाचा एवं जालबसर प्रकरण में जहर खाने वाली महिला के पति चेतनराम ने जरिए इस्तगासा अपनी मृतक भतीजी के पति रामलाल, दूसरी भतीजी के पति पुरखाराम, उनके देवर परमेश्वरलाल, ससुर आसुराम, सास शांतिदेवी के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है। चेतनाराम ने पुलिस को बताया कि उसका एवं उसके छोटे भाई दुलाराम का विवाह गांव ऊपनी निवासी शेरादेवी एवं केसरदेवी के साथ हुआ था एवं दूसरी और उसकी भतीजी द्रोपदी एवं संजू का विवाह उसकी पत्नी के भाई रामलाल व पुरखाराम के साथ 23 मार्च 2009 को हुआ था। गत 7 अगस्त को उसे जानकारी मिली की उसकी भतीजी द्रोपदी की डिग्गी में गिरने से मृत्यु हो गई। वर्तमान में हो रहे हादसों को देखते हुए उन सभी ने उसे हादसा ही मान लिया। लेकिन 31 अगस्त को अपनी दूसरी भतीजी संजू को सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार कपड़े बदलवाने के लिए पीहर जालबसर लेकर आए तो उसने बताया कि आरोपियों ने द्रोपदी के साथ मारपीट कर उसे जबरन पानी की डिग्गी में डुबो कर मार दिया। संजू ने बताया कि द्रोपदी शारीरिक रूप से कमजोर होने के कारण फव्वारे बदलने जैसे भारी कृषि कार्य नहीं कर पाती थी एवं इस कारण आरोपी उसके साथ आए दिन मारपीट करते थे। आरोपियों को संजू द्वारा हत्या की जानकारी पीहर पक्ष में दे देने की सूचना मिली तो उन्होनें फोन कर परिवादी की पत्नी शेरां को घर में पड़ा स्प्रे बच्चों को पिला कर स्वंय पी जाने के लिए उकसाया। आरोपियों के कहने पर शेरां ने स्प्रे पी लिया एवं दोनो बेटियों को भी पिला दिया। जिन्हें परिजन श्रीडूंगरगढ़ लेकर आए एवं यहां से बीकानेर रेफर कर दिया गया। जहां तीनों का उपचार किया गया। पुलिस ने चेतनराम के इस्तगासे पर आरोपियों के खिलाफ उसकी भतीजी की हत्या करने का मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच स्वयं थानाधिकारी अशोक विश्नोई करेगें।


