
महिला का अधजला शव मिलने की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई, प्रेम-प्रसंग में ब्लैकमेलिंग का निकला मामला






खुलासा न्यूज नेटवर्क। श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ में महिला का अधजला शव मिलने के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी जीजा और साले को गिरफ्तार किया है। 12 सितंबर को शहर के भोजेवाला रोड पर एक महिला का अधजला शव मिला था। जहां पास में ही एक बाइक खड़ी हुई थी। पुलिस ने महिला के पति की रिपोर्ट पर जांच करते हुए दर्शन सिंह और उसके साले राजू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी दर्शन सिंह और निर्मला में पिछले करीब 8 साल से अवैध संबंध थे। दर्शन सिंह दूध डेयरी का काम करता है। वह दूध देने निर्मला के घर जाता था। जिसके चलते दोनों में प्रेस प्रसंग हो गया। दूध बेचने का काम करने वाला करीब दर्शन सिंह (58) आर्थिक रूप से सुदृढ़ था। ऐसे में दोनों में उम्र का आधा फर्क होते हुए भी प्यार हो गया। पैसे की जरूरत होने पर दर्शन, निर्मला को पैसे भी दे दिया करता था। निर्मला का लालच बढ़ता ही चला गया और दर्शन सिंह निर्मला को लगातार पैसे देता रहा। निर्मला के चक्कर में धीरे-धीरे दर्शन सिंह का काम धंधा चौपट हो गया। दूसरी ओर निर्मला के खर्चे बढ़ते गए। ऐसे में निर्मला ने अपने बढ़ते खर्चो को पूरा करने के लिए दर्शन सिंह को ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठने शुरू कर दिए। पुलिस के अनुसार, दर्शन सिंह ने थोड़े-थोड़े कर निर्मला को करीब 15 लाख रुपए दे चुका था। मगर निर्मला की मांग बढ़ती गई। उधर दर्शन सिंह पर कर्ज बढ़ता गया। ऐसे में निर्मला द्वारा रोजाना पैसे की मांग से आरोपी दर्शन सिंह तंग आ गया। इस दौरान जब निर्मला ने उससे पैसे मांगे तो उसने अपने साले के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई।
अपने साले राजू के साथ बनाया प्लान
पुलिस के अनुसार, दर्शन सिंह ने निर्मला से तंग आकर अपने साले राजकुमार उफऱ् राजू से सम्पर्क किया। राजू श्रीगंगानगर का रहने वाला है और वहां टेम्पो चलाता है। राजू अपनी पत्नी को कुछ साल पहले छोड़ चुका है। उसके दोनों बच्चे भी उसकी पत्नी के साथ ही रहते हैं। राजू सूरतगढ़ पहुंचा। जहां दर्शन सिंह ने उसे वारदात की जगह दिखाई। उसके बाद दर्शन और राजू ने निर्मला की हत्या के लिए शाम का वक्त चुना। इससे पहले उन्होंने पेट्रोल, रस्सी और कीटनाशक की बोतल ली। दरअसल हत्या के बाद दर्शन सिंह खुद सुसाइड करना चाहता था। इसलिए उसने कीटनाशक ली। 12 सिंतबर को दर्शन राजू को शाम के समय भोजेवाला मार्ग पर छोड़कर आ गया। इसके बाद जब निर्मला पैसे लेने के लिए दर्शन के पास पहुंची तो वह उसे भोजेवाला मार्ग पर लेकर गया। जहां पहले से मौजूद राजू के साथ मिलकर उसने निर्मला की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। दर्शन और राजू घटना को अंजाम देने के बाद श्रीगंगानगर भाग गए। पुलिस से छिपकर फरारी काटने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने दर्शन सिंह जिन होटलों पर दूध की सप्लाई करता था वहां पूछताछ की। इसी दौरान दर्शन सिंह को पैसों की जरूरत पड़ी तो उसने अपने साले को एक होटल पर पैसे लेने के लिए भेजा। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि दर्शन का साला राजू श्रीगंगानगर की ओर गया। तलाश में पहुंची गंगानगर पहुंची पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को धर दबोच लिया।


