
आखिर निर्विरोध कैसे बने अध्यक्ष,बना है चर्चा का विषय






बीकानेर। जिले में घोषित हुए यूथ कांग्रेस का परिणाम चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर खासे चटकारे लगाएं जा रहे है। जहां यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद पर विजय हुए सुमित भगासरा की जीत की पोस्ट पर ज्योति मिर्धा को कोसा जा रहा है तो वहीं श्रीडूंगरगढ़ से जीत हासिल करने वाले हरिराम बाना के निर्विरोध जीत घोषित करने पर भी बहस छिड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में निर्विरोध जैसी कोई परम्परा ही नहीं है। अगर यूथ कांग्रेस के चुनाव संविधान की बात करें तो किसी भी विधानसभा,लोकसभा व प्रदेश के पदाधिकारियों के निर्वाचन के लिये कम से कम 20 मतों को हासिल करना अनिवार्य रखा गया। ऐसे में अगर किसी प्रत्याशी के सामने कोई भी प्रत्याशी खड़ा भी नहीं हो तो उसे भी तय मापदंडों के अनुसार 20 वोट तो डलवाने थे। ऐसे में निर्विरोध चुना जाना संभव हीं नहीं था।
उधर खुलासा ने जब यूथ कांग्रेस के डीआरओ देवेन्द्र से बातचीत की तो उन्होंने स्पष्ट किया कि पहली बार ऑनलाईन यूथ कांग्रेस के चुनाव में किसी प्रकार के निर्विरोध निर्वाचन की बात नहीं है। चुनाव में किसी भी विजयी प्रत्याशी के लिये 20 मत प्राप्त करना जरूरी था। अगर इससे कम वोट मिलते तो वह पदाधिकारी बनने के योग्य नहीं है।


