
ऊर्जा मंत्री के गृह जिले में किसानों को नहीं मिल रही पूरी बिजली, चारों तरफ मचा हुआ है हाहाकार, फसलें हो रही चौपट






खुलासा न्यूज, बीकानेर। पिछले कुछ दिनों से किसान इस बात को लेकर परेशान है कि उन्हें फसल में प्राप्त पानी देने के लिए बिजली नहीं मिल रही। बिजली शॉल्टेज के चलते किसानों के खेतों में खड़ी फसलें चौपट हो रही है। फसल व अपने नुकसान को बचाने के लिए जिले में चारों तरफ किसान लोग विभाग के कार्यालयों के आगे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहे है। कार्यालय के घेराव किया जा रहा है कि उन्हें छह घंटे लाइट दी जाए। जबकि वर्तमान में दो घंटे से कम बिजली किसानों को दी जा रही है, जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। कुछ किसानों का तो यह भी कहना है कि जितनी बिजली आ रही वो भी कम वॉल्टेज में है, ऐसे में कुओं में लगी मोटरें जल रही है, जिससे किसान को बड़ा नुकसान हो रहा है। कुछ गांवों में यह भी शिकायतें मिल रही है कि ट्यूवबेल वाले घरेलू बिजली चोरी कर जल रही फसल को बचाने का प्रयास कर रहे है। गांव-ढाणी से लेकर किसान पूरी बिजली की मांग को लेकर सड़कों पर संघर्ष कर रहा है और कोस रहा उन व्यवस्थापकों को जिनके जिम्मे सरकार को जिम्मा दे रखा है। देखा जाए तो भंवर सिंह भाटी ऊर्जा मंत्री है, लेकिन उनके क्षेत्र के किसान के ये हालात है कि पूरी बिजली की मांग को लेकर इस धूप में सड़कों पर संघर्ष कर रहे है। अधिकारियों के आगे हाथ फैला-फैलाकर थक गए, लेकिन अधिकारी अपना पल्ला झाड़ लेते है। कभी कहते वो जीएसएस जल तो कभी कहते है वो जीएसएस जल गया। विभाग की इस उदासीनता के चलते न केवल किसान वर्ग परेशान है, बल्कि घरेलू उपभोक्ता भी काफी परेशान है, क्योंकि घरेलू बिजली भी घंटों-घंटों कटौती की जा रही है, उसमें भी समय का ध्यान नहीं रखा। कभी आधी रात को तो कभी दोपहर को लाइट काट ली जाती है, जिससे लोग परेशान होते है।
वहीं, किसानों का कहना है कि सरकार ने उनसे छह घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन वो वादा अब सरकार भूल चूकी है, याद दिलाने पर भी सरकार को याद नहीं आ रहा। किसानों का कहना है कि एक तरफ सरकार कहती है किसानों को दो हजार यूनिट बिजली मुफ्त में देंगे, लेकिन किसानों को बिजली ही नहीं मिल रही, दो हजार यूनिट तो बहुत दूर की बात है।


