
इस बार टिड्डी के फैलने से पहले सक्रिय हुआ नियंत्रण दल, यहां फैले फाका पर पाया नियंत्रण






खुलासा न्यूज बीकानेर। प्रदेश में मानसून में हुई जमकर बारिश के बाद टिड्डी की आहट ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें ला थी। लेकिन किसानों के लिए यह खुशखबरी है कि टिड्डी के साथ-साथ नियंत्रण दल ने भी दस्तक दे दी है जो टिड्डी को फेलने पर नियंत्रण कर रही है। यह दल सूचना के साथ ही मौके पर पहुंचकर इन्हें नियंत्रण कर रही है। जैसलमेर के मोहनगढ़ के कई चकों में छोटी टिड्डी (फाका) का दल देखा गया था। यह तहसील की शास्त्रीय नगर पंचायत के पांच चकों में फैली थी। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर टिड्डी नियंत्रण दल पहुंच गए और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर इन्हें मार गिराया। साथ दो चकों में थोड़ी संख्या में बड़ी टिड्डी को भी नियंत्रण किया गया है। बीकानेर स्थित टिड्डी नियंत्रण केन्द्र के प्रभारी बाबूलाल मीणा का कहना है कि यह फाका मोहनगढ़ के चक 11.पीडी, 12.पीडी, 13.पीडी,14.पीडी और 15 पीडी चक में फैली थी। इसको पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया है। यह फाका होने के कारण आगे उड़ नहीं सकती। ऐसे में दूसरे जिलों तक फैलने का खतरा फिलहाल नहीं है। गौरतलब है कि वर्ष 2019 में बीकानेर जिले में टिड्डी दलों ने आंतक मचा दिया था। जिले में फसलों को चट कर गई थी। मीणा के अनुसार बीते दिनों संभवत पाकिस्तान से टिड्डी दल आया था। उस दौरान टिड्डियों ने अंड़े दे दिए थे। इसके बाद अब यह फाका पैदा हुई है, यह पीले, काले और अन्य रंगों की थी। इनको तीन टीमों के सहयोग से मौके पर मार गिराया है। टिड्डी नियंत्रण के लिए बीकानेर, जैसलमेर और फलौदी की टीमें संयुक्त रूप से काम रही है। आज सभी टीमें दिनभर मोहनगढ़ तहसील के अलग-अलग चकों में सतर्कता के साथ जुटे रहे। टिड्डी नियंत्रण टीमों में बीकानेर से इंदिरा गांधी सिंचित क्षेत्र के उपनिदेशक रामकिशोर मेहरा भी शामिल थे।


