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न्यायाधीश सुश्री पूजा सिंह ने कहा ’’ नशे के कारण बढ़ रहे हैं, अपराध। नशे के लिए व्यक्ति बेच देता है सब कुछ

न्यायाधीश सुश्री पूजा सिंह ने कहा ’’ नशे के कारण बढ़ रहे हैं, अपराध। नशे के लिए व्यक्ति बेच देता है, सबकुछ। युवा वर्ग सबसे अधिक चपेट में। कुछ समय का आनन्द जीवन को हर तरह से बर्बाद कर देता है।’’
नशे छोड़ने के लिए प्रबल ईच्छा बहुत जरूरी।
माननीय राज्य प्राधिकरण द्वारा जारी एक्शन प्लान की पालना में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बीकानेर के निर्देशानुसार नशों से होने वाले खतरों के बारे में जागरूक करते हुए सम्पूर्ण अगस्त माह भर चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान, अभियान के क्रम में आज अध्यक्ष, तालुका विधिक सेवा समिति एवं सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री कोलायत के आदेश पर कोलायत ब्लाॅक के उप-जिला अस्पताल, श्री कोलायत में व अनेक राजकीय विद्यालयों में स्कूली छात्रों द्वारा जागरूकता नाटक का आयोजन किया गया।
तालुका विधिक सेवा समिति अध्यक्ष एवं सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट, सुश्री पूजा सिंह ने बताया कि नशों के दुष्परिणाम के बारे में आमजन को जागरूक करने वास्ते शिविर/गोष्ठियां/नाटक व अन्य आयोजन किए जा रहे हैं। आज आयोजित नाटक में राज0 उच्च माध्यमिक बालक विद्यालय, श्री कोलायत के छात्रों द्वारा नशों से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में जागरूक करते हुए नाटक का आयोजन किया। अध्यापक शिवप्रकाश ढाल के निर्देशन में तैयार नाटक के जरिए बच्चों ने जागरूक करते हुए संदेश दिया कि नशे की लत के कारण व्यक्ति अपने भविष्य के बारे में कुछ नहीं सोच पाता है। नशीले पदार्थों से मस्तिष्क, यकृत, ह्रदय, गुर्दों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों से विमुख हो जाता है। नशे के कारण अपराधांे में वृद्वि हो रही है।
न्यायाधीश सिंह ने बताया कि न्यायालय में आ रहे आपराधिक प्रकरणों के घटित होने के पीछे ज्यादातर नशे की लत ही जिम्मेदार है। नशे की लत के कारण व्यक्ति दूसरे लोगों के साथ बुरा व्यवहार करता है। साथ ही चोरी, महिलाओं से छेड़खानी, बलात्कार, हिंसा, आत्महत्या, मोटरवाहन दुर्घटना, हत्या, बाल शोषण, घरेलू हिंसा जैसे अपराध नशीले पदार्थों के सेवन के बाद हो रहे हैं। नशे के लिए व्यक्ति अपने सारे पैसे खर्च कर देता है। मादक पदार्थ प्राप्त करने के लिए व्यक्ति कई बार वो अपनी जमीन, मकान, कार, गहने और दूसरी सम्पदा भी नशा करने के लिए बेच देता है। व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती चली जाती है।
न्यायाधीश ने की अपील’’ आज ही नशा छोड़ने की कसम लें।

आयोजन के दौरान ब्लाॅक मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री कैलाश कुमार, अध्यापिका लीना कश्यप, पैनल अधिवक्ता श्री अरूण राठौड़ ने अपने विचार रखते हुए बताया कि आज के समय में मादक पदार्थों का सेवन एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। बच्चे अपने दोस्तों के प्रभाव में आकर या अपने माता-पिता, रिश्तेदार से सीख सबसे पहले नशा करना शुरू करते हैं। वो इसे शौक-शौक में लेते हैं पर जल्द ही इसकी लत लग जाती है। कई बच्चे इसको फैशन समझने लगे हैं। तो कुछ लोग अपने दुःख दर्दों, जीवन की समस्याओं से पलायन करने के लिए नशीले पदार्थों का सेवन करने लग जाते हैं। उक्त ने कहा कि अपने मन में नशे की लत को छोड़ने की ठान लीजिये। मन में प्रबल इच्छा होना जरूरी है।

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