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कलेक्टर के इन आदेशों में कहीं नहीं हुई चूक तो बदल जाएगी शहर की सूरत

बीकानेर। जिला कलेक्टर ने सोमवार को आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को शहर से जुड़े मुद्दों को लेकर दिशा-निर्देश दिए। जिसमें स्ट्रीट लाइटें, टूटी-फूटी सड़कों, सहित सरकार की योजनाओं को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्टर के ये आदेश बकायदा धरातल पर लागू हुए तो शहर में हादसों में कमी आ जाएगी, सफर आसान हो जाएगा। क्योंकि वर्तमान में बरसात के कारण सड़कों की हालत खराब है, जगह-जगह गड्ढों के कारण हादसे हो रहे है, लोग चोटिल हो रहे है। रात के समय में रोड़ लाइट के नहीं जलने से लोग हादसों के शिकार हो रहे है। इन वास्तव में इन समस्याओं का निस्तारण हो तो शहर में चमकने लग जाएगा। लेकिन क्या होता है कि आदेश-निर्देश तो बहुत बार होते है, लेकिन वे आदेश धरातल पर लागू नहीं हो पाते।

 

कलेक्टर ने दिए ये निर्देश

 

जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने शहरी क्षेत्र की रोड लाइटों की प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कई बार स्ट्रीट लाइटें बंद रहने अथवा असमय चालू रहने की शिकायतें आती हैं। इसके मद्देनजर इन पर सेंसर लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि यदि निरीक्षण के दौरान कहीं रोड लाइट बंद मिलती है, तो संबंधित ठेकेदार को इसके हिसाब से ही भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि बरसात के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों का चिन्हीकरण कर लिया जाए। बरसात का दौर खत्म होते ही इन्हें दुरूस्त करें। साथ ही यदि किसी सड़क में बरसात के कारण गहरे गढ्ढे हो गए हैं, तो उन्हें तुरंत ठीक करवाएं। उन्होंने मानसून के मद्देनजर नालों की साफ-सफाई पर विषेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया।
जिला कलक्टर ने कहा कि बिना अनुमति सड़क को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो। यदि किसी विभाग द्वारा भी ऐसा किया जाता है, तो संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाए। प्रत्येक विभाग, रोड कट से पूर्व सार्वजनिक निर्माण विभाग को अनिवार्य रूप से सूचित करे। जिला कलक्टर ने संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की और कहा कि निर्धारित समय के पश्चात् कोई प्रकरण लंबित नहीं रहे। संबंधित अधिकारी इसकी नियमित मॉनिटरिंग करे।
उन्होंने मानसून के दौरान अधिक से अधिक पौधारोपण करने और पौध वितरण की समीक्षा की।विभिन्न विभागों की बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की प्रगति के बारे में जाना और कहा कि प्रत्येक विभाग के अधिकारी पूर्ण गंभीरता से कार्य करें। प्रत्येक घोषणा की समयबद्ध पालना हो।

जल जीवन मिशन की जानी प्रगति

जिला कलक्टर ने जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि तेज बरसात के कारण मिट्टी में कटाव होने की स्थिति में पानी की टंकियों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचे, इसे ध्यान रखते हुए विभाग द्वारा सर्वे किया जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए तथ सुरक्षा से जुड़े आवश्यक संसाधन प्राथमिकता से उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने जल जीवन मिशन से जुड़े कार्यों में गति लाने के निर्देष दिए और कहा कि यह सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई नहीं हो।
जिला कलक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत पेयजल पाइपलाइन डालने सहित टंकियों के निर्माण का कार्य पूर्ण गुणवत्ता से किया जाए। अधिकारी समय-समय पर इनकी मॉनिटरिंग करें और यह सुनिश्चित करें कि पाइपलाइन नॉर्म्स के अनुसार गहरी हों। निर्माण कार्यो में उपयुक्त सामग्री की गुणवत्ता का विषेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग, पेयजल कनेक्शन, नई टंकियों के निर्माण के लिए स्थान चिन्हीकरण सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की।
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले में लगभग 1 लाख 42 हजार 472 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसी प्रकार उन्होंने स्कूलों, आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य केन्द्रों सहित विभिन्न सरकारी कार्यालयों में कनेक्षन की प्रगति की जानकारी दी।
बैठक के नगर विकास न्यास सचिव यशपाल अहूजा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) हरि सिंह मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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