
ऐसा क्या हो गया कि अचानक इन थानाधिकारी सहित चार जने लाइन हाजिर






चूरू। युवकों के जोहड़ में डूबने के बाद परिजनों ने मंगलवार को सुसाइड करने का आरोप लगाते हुए डीबी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। युवकों के जोहड़ में डूबने के बाद परिजनों ने मंगलवार को सुसाइड करने का आरोप लगाते हुए डीबी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया।जिले के भालेरी थाना के गांव खींवासर में जोहड़ में डूबने से दो युवकों की मौत के मामले में तीन मांगों पर सहमति बनने पर शवों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी हुए। दोपहर बाद पुलिस ने दोनों युवकों के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। इससे पहले मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने डीबी अस्पताल में मॉच्र्युरी के सामने धरना दिया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।सूचना मिलने पर पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण, पंचायत समिति प्रधान दीपचंद राहड़, नोरंग वर्मा, अजीत मेघवाल, सोहनलाल मेधववाल, मोहनलाल आर्य, नरेन्द्र कंवल, संपत सिंह राठौड़, एएसपी राजेन्द्र कुमार मीणा, डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा, राजेन्द्र बुरडक़, इंसार अली, जयसिंह, सरदारशहर थानाधिकारी सतपाल बिश्नोई, कोतवाली थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई, दूधवााखारा सीआई अल्का बिश्नोई, सदर थानाधिकारी रजीराम सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता मौजूद था। पुलिस प्रशासन व मृतक के परिजनों के बीच वार्ता के कई दौर चले। इसके बाद तीन मांगों पर सहमति बनी, जिसमें भालेरी थानाधिकारी शंकरलाल भारी, एएसआई भंवरलाल, जांच अधिकारी प्रताप सिंह और ड्राइवर श्रवण को लाइन हाजिर करने, मृतकों को राज्य सरकार सरकार की ओर से उचित मुआवजा व अपहरण की गयी युवतियों को पांच दिन में बरामद करने की मांग पर सहमति बनने के बाद परिजन दोनों युवकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए सहमत हुए। इसके बाद पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों के सपुर्द कर दिया।
राठौड़ ने दी 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मृतकों के परिजनों को अपनी ओर दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी। उनको दिए गए रुपयों को वह किस हिसाब से बांटते हैं यह उनके उपर है।
यह था मामला
जिले के भालेरी थाना के गांव खींवासर में सोमवार को दो युवकों के जोहड़ में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद मंगलवार को परिजनों ने एक युवक द्वारा जोहड़ में कूदकर सुसाइड करने का आरोप लगाते हुए डीबी अस्पताल की मॉच्र्युरी के पास धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। उन्होंने भालेरी थाने के पूरे स्टाफ को सस्पेंड करने और परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। भाजपा एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष अजीत मेघवाल के नेतृत्व में यहां धरना दिया जा रहा है। धरने पर बैठे लोगों ने आरोप लगाया कि करीब डेढ़ महीने पहले मृतक रविन्द्र की बहन और एक अन्य युवती का अपहरण हुआ था। इस मामले को लेकर भालेरी थाने में गुमशुदगी दर्ज हुई थी, लेकिन पुलिस के द्वारा अब तक अपहरण की गई युवतियों की तलाश नहीं की गई, जबकि उन्होंने मामले में एसपी तक से गुहार लगाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी से आहत होकर युवती के भाई रविन्द्र ने सोमवार को गांव के जोहड़ में छलांग लगा दी, जिसे बचाने गए दूसरे युवक की भी डूबने से मौत हो गई।
अपहरण की गई युवतियों को नहीं खोजने का आरोप
परिजनों का आरोप है कि पुलिस के द्वारा अपहरण की गई युवतियों की तलाश के लिए उनसे रुपए भी मांगे गए। परिजनों ने भालेरी थाने के पूरे स्टाफ को सस्पेंड करने, मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने और अपहरण की गई युवतियों की बरामदगी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक शवों का पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाएगा। सूचना मिलने पर डीएसपी राजेन्द्र बुरडक़, भालेरी थानाधिकारी शंकरलाल भारी, एएसआई भंवरलाल सहित बड़ी मात्रा में पुलिस जाप्ता मौजदू था।


