
नियम तोडऩे वालो पर होगी ई-चालान से कार्यवाई







बीकानेर। हाइवे पर एक्सीडेंट में कमी लाने के लिए अब आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। सिस्टम के माध्यम से ओवर स्पीड, लेन सिस्टम का पालन नहीं करने और रॉन्ग साइड पर चलने वाले चालकों के खिलाफ कार्यवाही होगी। नियम तोडऩे पर वाहन चालकों के घर चालान पहुंच जाएंगे। सिस्टम की शुरुआत प्रदेश के तीन हाइवे से होगी। इसमें बीकानेर-सीकर, शाहजहांपुर से अजमेर व बर-बिलाड़ा (जोधपुर) शामिल हैं। प्रोजेक्ट को राज कॉम इंफॉमेंटिव सर्विस लिमिटेड (आरआईएसएल) के माध्यम से स्टेट में लागू किया जाएगा।
भारत सरकार की ओर से पीएम गति शक्ति के अंतर्गत आईटीएमएस प्रोजेक्ट के लिए आरआईएसएल के माध्यम से दुर्घटना रहित सडक़ के रूप में विकसित करने के लिए इन तीनों हाइवे का चयन किया गया है। इन राजमार्गों पर सडक़ दुर्घटना कारित करने वाले व मोटर वाहन अधिनियम व नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की प्रभावी निगरानी के लिए इन राजमार्गों पर आईटीएमएस के पिलर पर एचडी (हाई डेफिनेशन) कैमरे प्रत्येक 20 किमी पर लगाए जाने हैं। ये कैमरे कहां लगने हैं। इन स्थानों को चिन्हित करने के लिए संयोजन समिति का गठन किया गया है।
ऐसा होगा सिस्टम : 3 नेशनल हाइवे पर लगेंगे कैमरे, घर आएगा चालान
आरआईएसएल की ओर से तीनों नेशनल हाइवेज पर कैमरे लगाए जाएंगे। इसमें सेंसर लगे होंगे। कैमरे परिवहन विभाग के ई-चालान पोर्टल से लिंक होंगे। वाहन मालिक निर्धारित गति से तेज वाहन चलाएगा। लेन सिस्टम फॉलो नहीं करेगा। रॉन्ग साइड चलेगा। कैमरे में कैद हो जाएगा। तीन से अधिक बार चालान होने पर लाइसेंस निलंबित और निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी। बीकानेर-सीकर हाइवे को जीरो एक्सीडेंटल बनाने के लिए संयोजन समिति बनाई है।

