
बीकानेर: यूआईटी ने किया जमीन देने से इनकार, वन विभाग की पुराने जू में पक्षी घर और रेस्क्यू सेंटर की प्लानिंग







बीकानेर। बीकानेर में वन विभाग ने 4.65 करोड़ रुपए खर्च कर पुराने जंतुआलय में पक्षी घर और रेसक्यू सेंटर बनाने की प्लानिंग की है। लेकिन, यूआईटी ने ओपन लैंड बताते हुए आवंटन करने से मना कर दिया है। जमीन फाइनल नहीं होने के कारण मुख्यमंत्री की बजट घोषणा का क्रियान्वयन रुक गया है। राज्य सरकार ने अपने अंतिम बजट सत्र में बीकानेर में पक्षी घर और जीवों के लिए रेस्क्यू सेंटर बनाने की घोषणा की थी। वन विभाग ने 4.65 करोड़ की लागत से पुराने जंतुआलय में शनि मंदिर के पास पक्षी प्रकोष्ठ में पक्षी घर और डीएफओ वाइल्ड लाइफ ऑफिस के पास शेर प्रकोष्ठ में रेस्क्य सेंटर बनाने के प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिए। पुराने जंतुआलय की जमीन पर 100 सालों से वन विभाग का कब्जा है, लेकिन राजस्व रिकॉर्ड में अमलदरामद वन विभाग के नाम नहीं है। वन विभाग ने सीएम घोषणा की क्रियान्विति के लिए कलेक्टर को पत्र लिखकर पुराने जंतुआलय की जमीन वन विभाग के नाम अमलदरामद करने का आग्रह किया। कलेक्टर ने पत्र यूआईटी को फारवर्ड किया जिसने पुराने जंतुआलय की जमीन को ओपन लेंड बताते हुए आवंटित करने से इंकार कर दिया। इससे पक्षी घर और रेस्क्यू सेंटर कहां बनेगा, यह तय नहीं हो पा रहा है और एकबारगी सीएम की घोषणा का क्रियान्वयन रुक गया है। गौरतलब है कि वन विभाग ने 4.65 करोड़ रुपए के प्रस्ताव तैयार किए। पहले चरण में दो करोड़ रुपए की लागत से पक्षियों के लिए एडियरी गुंबद और वन्य जीव रेस्क्यू वार्ड तथा दूसरे चरण में 2.65 लाख रुपए के डेवलपमेंट सहित अन्य कार्य प्रस्तावित हैं।


