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गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर के 6 साल,​ अब लॉरेंस गैंग पुलिस के लिए सिरदर्द

जयपुर। राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर के 6 साल पूरे हो चुके है। 24 जून 2017 को आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ था। चूरू के रतनगढ़ स्थित मानासर गांव में श्रवण सिंह के खेत में पुलिस ने आनंदपाल को टारगेट किया था। श्रवण सिंह के खेत में बने मकान में आनंदपाल छत पर बने हुए कमरे में था। तभी 24 जून की रात को पुलिस ने आनंदपाल को टारगेट किया। पुलिस और एसओजी ने श्रवण सिंह के खेत में बने मकान को चारो तरफ से घेर लिया। उसके बाद आनंदपाल को सरेंडर करने के लिए कहा गया। लेकिन आनंदपाल की ओर से फायरिंग की गई। जिसके बाद एसओजी और पुलिस की तरफ से जवाबी फायरिंग की गई। जिसमें मुठभेड़ में आनंदपाल मारा गया।
हालांकि आनंदपाल के एनकाउंटर पर पुलिस अधिकारियों का कहना था कि अब राजस्थान में अपराध का खात्मा हो गया है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आनंदपाल की मौत के बाद भी राजस्थान पुलिस का सिरदर्द कम नहीं हुआ।
आनंदपाल की मौत के बाद गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई ने अपना नेटवर्क बढ़ा दिया। गैंगस्टर लॉरेंस ने आनंदपाल की मौत के बाद अपने नेटवर्क के जरिए कई मर्डर कराए। सीकर, जोधपुर, चूरू, श्रीगंगानगर व अन्य शहरों में लॉरेंस ने कई लोगों के मर्डर कराए। जिसके बाद लॉरेंस पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया। हालांकि वर्तमान में लॉरेंस विश्नोई जेल में है। लेकिन लॉरेंस अब भी जेल से अपना नेटवर्क चला रहा है।
ऐसे किया गया आनंदपाल का एनकाउंटर..
साल 2017 में हरियाणा के सिरसा से आनंदपाल के भाई विक्की उर्फ रूपेश और आनंदपाल के करीबी दोस्त देवेंद्र उर्फ गट्टू को पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों से लंबे समय तक एसओजी ने पूछताछ की। लेकिन दोनों ने कुछ नहीं बताया। इस पर दोनों को एनकाउंटर करने की धमकी दी। इस पर गट्टू टूट गया। उसने आनंदपाल के बारे में जानकारी दी। इसके बाद एसओजी ने कमांडो की मदद से चूरू से एमपी और हरियाणा के जाने वाले समस्त रास्तों पर नाकेबंदी करवा दी। फिर चूरू के मानासर में आनंदपाल जहां था, श्रवण सिंह के उस मकान को घेरा। इसके बाद आनंदपाल का एनकाउंटर किया गया।

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