
रक्षक ही जब बन जाये भक्षक तो आखिर में कहां जाये पीडित कहा है महिला की सुरक्षा कौन है जिम्मेदार






शिव भादाणी की कलम से
बीकानेर। जिले के खाजूवाला तहसील में युवती का रेप पर उसकी हत्या के सनसनीखेज मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। एक छोटा से कस्बे में इतनी संगीने मामले सामने आ रहे है तो आखिर जिम्मेदार पद पर बैठे लोग क्या कर रहे है क्या उनको अपनी जिम्मेदारी का अहसास नहीं हे या अपनी जिम्मेदारी निभाना नहीं चाहते है। जब घटना घटित होती है तभी राजनैत अपनी राजनैतिक रोटियां सैकने बाहर आ जाते है पहले उनको सब पता होता है कौन क्या कर रहा है तब वो कहां होते है। एक राजनैता व पुलिस को अपने इलाके की पूरी जानकारी होती है कि गांव व शहर का व्यक्ति क्या कर रहा क्या नहीं कर रहा है उसकी सांठगांठ किस किस से है जिससे वो अपने काले कारोबार को अंजाम दे रहा है। लेकिन पुलिस पर राजनेताओं का दबाब व राजनेताओं पर वोट की राजनीति के कारण वो कुछ नहीं बोलते है जो हो रहा वो आंखे बंद करके देख रहे होते है उनका पता है जो हो रहा है वो गलत है लेकिन कुछ करने व कहने में असमर्थ होते है। खाजूवाला में जिस तरह से एक युवती को रेप कर हत्या कर देना मामलेा कोई छोटा मामला नहीं है अगर इसी तरह की घटना होती है तो लोग अपनी लड़कियों को घर से बाहर भेजते डरेंगें की उनकी सुरक्षा कहां है कब उनके साथ अनहोनी हो जाये इसका कोई पता नहीं है। इस मामले में उन दो लोगों के नाम सामने आये है जो महिलाओं व आमजन की सुरक्षा में रहते है अगर वो ही इस तरह का कोई घिनौना काम करेंगे तो आमजन व महिलाओं की रक्षा कौन करेंगे वो किस के भरोसे घर से बाहर निकलकर अपना भविष्य सुधारेगी। जब दो पुलिसकर्मियों ने एक युवक के साथ मिलकर युवती के साथ रेप कर उसको मौत के घाट उतार दिया। उसने कितने सपने सजाये होंगे अपनी जिंदगी के की पढकऱ उस समाज की सेवा करुंगी जिसमें वो पैदा हुई है लेकिन उसको क्या पता था कि जिस समाज का भला सोच रही हो उस समाज में ऐसे दरिद्रे बैठे है जो उसके सपनों को चूर चूर कर देंगे और ऐसी जगह पहुंचा देंगे जहां से उसका आना नामुकिन है। पेड़ उगा नहीं उससे पहले ही उसको काट कर जला दिया।
आरोपी युवक के साथ पुलिस की सांठगांठ?
पुलिसकर्मियों के साथ एक अन्य आरोपी शामिल है जानकारी ऐसी मिली है कि आरोपी खाजूवाला में अवैध कारोबार का करता है उसमें पुलिसकर्मी शामिल है पुलिस की सांठगांठ है तभी वो सुबह से लेकर शाम तक खाजूवाला थाने में अपना समय व्यतीत करता था। पुलिस की गाड़ी में घुमता था थाने में होने वाली पार्टियों में शामिल होता था। पुलिस को सब जानकारी के होने के बाद भी उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जबकि बीकानेर आईजी व एसपी ने सभी थानाधिकारियों को कड़े निर्देश दे रखा है इलाके में नशे व अन्य कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं होनी चाहिए जिससे समाज में पुलिस के खिलाफ गलत मैसेज जाये। नशे को रोकने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक ने साफ कह रखा है किसी भी तरह का नशे का कोई कारोबार करता है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्यवाही करें लेकिन इस पर आज तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं कि क्योकि पुलिस इसमें शामिल थी पुलिस को पूरी जानकारी थी कि वो नशे का सामान कहां से लेकर आता है खाजूवाला में कहां कहां बेचता है।
थानाधिकारी की भूमिक भी संदिग्ध?
इस मामले में थानाधिकारी की भी भूमिका संदिग्ध लग रही है क्योकि बताया जा रहा है कुछ दिन पहले ही मृतक के पिता ने थाने में जाकर युवक के खिलाफ शिकायत की थी लेकिन पुलिस शिकायत पर गौर नहीं करते हुए मृतक के पिता को धमकाया और उसको थाने में ही बैठा लिया। जिससे आरोपी के हौसले और बुलंद हो गये कि जब पुलिस में उसकी शिकायत होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई तो अब किससे डरना क्योकि थाना तो उसके कहे अनुसार चलता है। जब इतने होने के बाद भी थानाधिकारी ने कोई उचित कदम नहीं उठाये तो इससे जाहिर होता है कि कही ना कही थानाधिकारी की लापरवाही रही अगर थानाधिकारी सही समय पर चेता जाते तो आज मृतका जिंदा होती और अपने माता पिता के सपनों को पूरा करती लेकिन इन भक्षकों ने उसको मौत के घाट उतार दिया।
थाने से सात पुलिसकर्मी हटाए
युवती का गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद खाजूवाला थाने से 7 पुलिसर्मियों का तबादला कर दिया गया है। दरअसल तीन साल से एक ही थाने में जमा जिले के 13 पुलिसकर्मी बदले गए हैं, इनमें सात खाजूवाला थाने के हैं।

